रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly) के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन हंगामेदार रहा. सदन में मंगलवार को शराब की बिक्री (liquor sale) की राशि को लेकर नोकझोंक हुआ. राशि कोषालय में जमा नहीं होने का मामला सदन में उठाया गया. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे (JCCJ) के विधायक दल के नेता धरमजीत सिंह (Dharamjeet Singh) ने सदन में शराब बिक्री की राशि का मुद्दा उठाया. धरमजीत सिंह ने शराब की धन राशि को लेकर बड़े घोटाले (Scam) की आशंका जताई है.
विधानसभा सत्र (Assembly Session) के दूसरे दिन धरमजीत सिंह ने कहा कि शराब बिक्री के 2 हजार 856 करोड़ रुपये की राशि कोषालय में जमा नहीं हुई है. इसपर सरकार की ओर से 2 हजार 856 करोड़ रुपये अन्य मद में खर्च करने की जानकारी की दी गई. इस पर धर्मजीत सिंह ने शराब बिक्री में अब तक करीब 10 हजार करोड़ रुपये के घोटाले की आशंका जताई. इस पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने अन्य मद में राशि खर्च होने की बात कही. मंत्री के जवाब से विपक्ष असंतुष्ट हो गया. हंगामे की स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने जरूरत पड़ने पर जांच कराने का आश्वासन दिया.
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 4 हजार 546 करोड़ रुपये के दूसरे अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा शुरू होते ही हंगामे के आसार हो गए. बीजेपी नेता अजय चंद्राकर के वक्तव्य पर सदन में जोरदार हंगामा हो गया. अजय चंद्राकर ने पूरे कैबिनेट को असंवैधानिक कह दिया. इसके बाद सत्तापक्ष अजय चंद्राकर से माफी मांगने की मांग पर अड़ गया. दूसरे अनुपूरक बजट पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जिन्होंने बजट का विरोध किया उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या कौशल्या माता का मंदिर केवल भाषण और विज्ञापनों का जरिया था. हमारे लिए यह राजनीति का विषय नहीं हो सकता, यह हमारी संस्कृति और आस्था से जुड़ा हुआ मामला. भांचा राम की मां कौशल्या का मंदिर राजधानी से कुछ ही दूर ग्राम चंदखुरी में स्थित है, जिसे वृहत्तर पर विकसित किया जाएगा.