रायपुर
महापुरुषों पर सियासत गरमाने के बाद अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में माननीयों की सुरक्षा को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कुछ दिन पहले अपनी सुरक्षा में कटौती करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि उनके काफिले में कम गाड़ियां चलेंगी. साथ ही उन्होंने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) पर सुरक्षा को लेकर भी तंज कसा था. रमन सिंह ने अब पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस मुद्दे पर चैलेंज दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता डॉ. रमन सिंह ने भूपेश बघेल को चुनौती देते हुए कहा कि मैंने किसी से कोई सुरक्षा नहीं मांगी. उन्होंने कहा कि यदि भूपेश बघेल को लगता है कि राज्य में रामराज है तो सभी की सुरक्षा वापस ले लें. उन्होंने कहा कि सुरक्षा का फैसला हम नहीं करते. ये फैसला केंद्र सरकार का होता है. केंद्र को पता है कि किसे, कहां, कितना थ्रेट (खतरा) है. उसके हिसाब से फैसला लिया जाता है.
दरअसल पिछले दिनों सीएम भूपेश बघेल ने सुरक्षा के लेकर डॉ. रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा था कि मितव्यता से ही फिजूलखर्ची रोकी जा सकती है. मैंने अपने कारकेड (काफिले) में कटौती की है, लेकिन पुराने लोग आज भी लंबे-चौड़े काफिला लेकर चलते हैं. उन्होंने कहा था कि मैं इस मामले में किसी को सलाह नहीं दे सकता, लेकिन ऐसे लोगों को खुद सोचना चाहिए.
मुख्यमंत्री के रमन सिंह पर किए कटाक्ष के बाद बीजेपी आक्रामक हो गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि पूरे रिव्यू के बाद सुरक्षा दी जाती है. इसे लेकर माहौल नहीं बनाना चाहिए. वहीं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि कांग्रेस डॉ. रमन सिंह से जलती है, इस वजह से सुरक्षा को विषय बनाकर बयानबाजी की जा रही है.