छतरपुर
थाईलैंड के फुकेट शहर में सड़क हादसे में मारी गई छतरपुर की बेटी प्रज्ञा पालीवाल का पार्थिव देह आज छतरपुर पहुंच गया। शनिवार देर रात प्रजा को थाईलैंड से दिल्ली लाया गया। जहां से प्रदेश सरकार की गाड़ी से छतरपुर की बेटी की पार्थिव देह को लाया जा रहा है। भारत सरकार के हस्तक्षेप और मप्र सरकार की मदद के बाद पीड़ित परिवार को दो दिन की जद्दोजहद के बाद बेटी का शव तब मिला जब मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने भारतीय दूतावास में प्रज्ञा का शव लाने के लिए लगभग ढाई लाख रुपए जमा किए।
प्रज्ञा की देह को दिल्ली से सड़क मार्ग से छतरपुर लाया गया। इससे पहले पार्थिव देह को लेने के लिए प्रदेश सरकार की मदद से प्रज्ञा के भाई डॉ. शशि प्रकाश और दीपक पालीवाल को छतरपुर से दिल्ली ले जाया गया। दोनों को मध्य प्रदेश भवन में ठहराया गया। दिल्ली में रात करीब 12 बजे प्रज्ञा की पार्थिव देह थाईलैंड से पहुंची। जहां पर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद भाईयों को शव सौंप दिया। इसके बाद प्रज्ञा के शव को एम्बुलेंस से छतरपुर के लिए रवाना किया गयाा। दोपहर में यहां पर पार्थिव शरीर पहुंचा। छतरपुर की बेटी के अंतिम दर्शन करने के लिए शहर उमड़ पड़ा था। शाम के प्रज्ञा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इधर मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा पहुंचकर शनिवार रात को वे उन परिवारों के बीच पहुंचे जो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से जुड़े हुए हैं दरअसल मुख्यमंत्री जब भी छिंदवाड़ा प्रवास पर आते हैं तो वह दुख सुख में शामिल होने परिवारों के बीच पहुंचते हैं। शनिवार को भी वे शहर के लाल बाग स्थित प्रतिष्ठित विवेक मालवीय के परिवार में पहुंचे। विवेक मालवीय के पिता स्वर्गीय विजय मालवीय पुराने कांग्रेसी नेता रहे हैं उनके निधन के उपरांत अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने और परिवार को ढांढस बनाने मुख्यमंत्री कमलनाथ सांसद नकुल नाथ, प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता एवं पदाधिकारी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने परिवार को आश्वस्त किया कि आपकी जिम्मेदारी मेरी है ।