कोलकाता
चंद घंटों बाद ही भारत अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में इतिहास रचने वाला है। चंद्रयान-2 चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है। अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चांद पर यान उतारने वाला चौथा देश बनने जा रहा है। वैज्ञानिकों के साथ-साथ पूरा देश उस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश के मून मिशन को सियासत में घसीट रही हैं। ममता ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार देश की बदहाल अर्थव्यवस्था से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए चंद्रयान-2 का इस्तेमाल कर रही है।
चंद्रमा पर चंद्रयान-2 की लैंडिंग से कुछ वक्त पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना की है। ममता बनर्जी ने अपने एक भाषण में कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार चंद्रयान मिशन का प्रचार कुछ ऐसे कर रही है, जैसे कि इससे पहले भारत ने किसी स्पेस मिशन का संचालन ना किया हो। ममता ने कहा कि देश में उपजे आर्थिक संकट को छिपाने के लिए केंद्र सरकार चंद्रयान-2 के अभियान का इस्तेमाल कर रही है।
'ऐसा जताया जा रहा है जैसे चंद्रयान पहले कभी लॉन्च ही न हुआ हो'
शुक्रवार को कोलकाता स्थित राज्य विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान ममता ने कहा कि केंद्र सरकार चंद्रयान मिशन का प्रचार इस तरह कर रही है जैसे कि देश में पहली बार चंद्रयान लॉन्च हुआ हो और नरेंद्र मोदी के सरकार में आने से पूर्व ऐसे मिशन कभी भी शुरू ना हुए हों। असल मामले में चंद्रयान-2 एक ऐसा मिशन है, जिसका इस्तेमाल देश में चल रही आर्थिक बदहाली की खबरों को छिपाने के लिए किया जा रहा है।
आईएनएक्स मीडिया करप्शन केस में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी और जेल जाने पर ममता ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा लेकिन बीजेपी सरकार को उनके प्रति कुछ तो सम्मान दिखाना चाहिए था।
'राजनीतिक प्रतिशोध की बजाय इकॉनमी पर ध्यान दे केंद्र'
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) को लेकर एक प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ममता ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि असम में NRC लिस्ट से असली भारतीयों के नामों को बाहर कर दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि उनकी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात हुई थी और उन्होंने भी कहा है कि वह NRC को इजाजत नहीं देंगे। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा, 'लोकतंत्र के सभी स्तंभ- मीडिया, न्यायपालिका केंद्र के दिशानिर्देशों पर चल रहे हैं। एनआरसी लिस्ट से असली भारतीयों के नाम बाहर हैं। मैं डॉक्टर मनमोहन सिंह के शब्दों का इस्तेमाल करूंगी- राजनीतिक बदले के बजाय इकॉनमी पर ध्यान दें।'
बता दें कि चंद्रयान-2 के चांद की सतह पर उतरकर इतिहास बनाने में अब कुछ ही घंटे बाकी हैं। वैज्ञानिकों के साथ सभी की नजरें इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए बेताब हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी देशवासियों से अपील की है कि वे इस करिश्मे के साक्षी बनें और इस खास पल के फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करें। उन्होंने ट्वीट करके कहा, '130 करोड़ देशवासी इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'कुछ ही घंटों में चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को छुएगा। भारत और पूरी दुनिया इन वैज्ञानिकों का करिश्मा देखेगी।'
यह दृश्य देखने के लिए बेहद उत्साहितः मोदी
बता दें कि लैंडर विक्रम की लैंडिंग के दौरान पीएम मोदी भी इसरो सेंटर में मौजूद रहेंगे। मध्यरात्रि में 1:30 से 2:20 के बीच लैंडर चंद्रमा की सतह को छुएगा और इसके बाद रोवर प्रज्ञान बाहर निकलेगा। पीएम मोदी ने कहा, 'भारत के इस ऐतिहासिक अंतरिक्ष कार्यक्रम को देखने के लिए मैं बहुत उत्साहित हूं और खुशी है कि मैं बेंगलुरु के ISRO सेंटर में मौजूद रहूंगा।' उन्होंने कहा, जिन युवाओं के साथ मैं इस विशेष पल का साक्षी बनूंगा उन्होंने ISRO की क्विज जीती है और बेहद प्रतिभाशाली हैं। इस क्विज में बड़ी संख्या में युवाओं का भाग लेना दिखाता है कि युवाओं को विज्ञान और अंतरिक्ष में बेहद रुचि है। यह एक अच्छा संकेत है।
ISRO सेंटर में मोदी के साथ ये भी देखेंगे लैंडिंग
प्रधानमंत्री के साथ देशभर के करीब 70 छात्र-छात्राएं शनिवार तड़के चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग के दृश्य सीधे देखने के लिए उपस्थित रहेंगे। ये सभी स्टूडेंट इसरो द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिता के जरिए चयनित किए गए हैं। इनमें प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले दो-दो छात्रों को अंतरिक्ष एजेंसी ने चांद की सतह पर चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग का सीधा नजारा देखने के लिए अपने केंद्र में आमंत्रित किया है।