रायपुर
राज्य सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को यहां कहा कि हम शराबबंदी करेंगे, लेकिन नोटबंदी की तरह नहीं। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र 5 साल का है और इन वर्षों में शराबबंदी लागू करेंगे। इसके लिए माहौल बनाकर सभी को विश्वास में लेंगे फिर काम करेंगे। अन्य राज्यों में शराबबंदी की सफलता, असफलता का अध्ययन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री डॉ. शिव डहरिया, मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाशित सेवा और जतन का एक साल पुस्तिका का विमोचन किया। इस दौरान मीडिया से चर्चा में श्री बघेल ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि देश की जनता को भाजपा ने सिर्फ मतदाता समझा है। वे केवल राजनीति करना चाहते हैं। लोगों को लड़ाना-भिड़ाना और काटना-बांटना उनका काम है। उन्होंने कहा कि एक साल के कार्यकाल में हमने सभी क्षेत्रों में काम किए हैं। आदिवासियों समेत हर वर्ग के लिए छोटे-बड़े काम कराए गए हैं। खासकर किसान, आदिवासी हित में बड़े फैसले लिए गए। जाति प्रमाण पत्र बनवाने का काम सरल किया गया। बेरोजगारी दूर करने 15 हजार युवाओं की भर्ती शुरू की गई। शहरी क्षेत्रों में गुमास्ता एक्ट में संशोधन करते हुए पट्टा वितरण शुरू किया गया। इसके अलावा गांवों से लेकर शहरों तक जनहित में और कई काम कराए गए।
राष्ट्रीय राजमार्गों की खस्ता हाल पर उन्होंने कहा कि राजमार्गों की मरम्मत की जिम्मेदारी केंद्र की है। झीरम कांड को लेकर उन्होंने कहा कि झीरम मामले की जांच को लेकर सरकार गंभीर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब धमतरी आए थे, तब उन्होंने झीरम घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि आरोपी 15 दिन में सीखचों के पीछे होंगे। श्री बघेल ने कहा कि एनआईए रिपोर्ट से हम सहमत नहीं हैं। केंद्र को पता है आरोपी कौन-कौन है, इसलिए केस वापस नहीं कर रहे हैं। प्रदेश में नौकरशाही हावी होने के सवाल पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि ऐसा नहीं है। कहीं कोई दिक्कत आ रही होगी, तो उसे सुधारने का प्रयास करेंगे। सरकारी अस्पतालों में इलाज न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 5 लाख तक इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना लागू की गई है, जिसमें 50 हजार केंद्र का और साढ़े 4 लाख रुपये राज्य का जुड़ा हुआ है। इस तरह इस योजना में नाम उनका और काम हमारा चल रहा है।
अनियमित कर्मियों के नियमितीकरण पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि वे सभी अवश्य नियमित किए जाएंगे। इस दिशा में काम होंगे। प्रदेश में धान के बंपर आवक से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि शुरूआत में बारिश न होने से धान की फसल प्रभावित रही। अक्टूबर तक बारिश से फसल की बोवाई जारी रही। ऐसे में इस साल बंपर आवक की उम्मीद नहीं है। कई जिलों में अवैध धान पकड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आसपास के दूसरे प्रदेशों से धान की आवक रोकने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। कड़ाई भी बरती जा रही है, जिसमें थोड़ी तकलीफ अवश्य होगी।