वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में मूर्तियां और तस्वीरें लगाने में सावधानी रखनी चाहिए। मानसार, समरांगणसूत्रधार, प्रासाद मण्डन और वृहत्संहिता जैसे वास्तु ग्रंथों में घर की सजावट और अन्य चीजों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इन ग्रंथों के अनुसार घर में रखी गई वस्तुएं और तस्वीरों का शुभ-अशुभ असर वहां पर रहने वाले लोगों पर पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुई इन ग्रंथों में बताया गया है कि किस तरह की मूर्तियां और तस्वीरें घर में नहीं रखनी चाहिए।
जानवरों के अलावा एतिहासिक और पाैराणिक फोटो को लेकर भी रखें सावधानी
- समरांगण सूत्रधार के 38 वें अध्याय में बताया गया है कि गिद्ध, उल्लू, कबूतर, कौआ, बाज और बगुले जैसे पक्षियों की फोटो या चित्र दीवारों पर नहीं बनाने चाहिए।
- साँप और गोह जैसे जंतुओं की फोटो, आकृतियां और उनके जैसे आकर-प्रकार की चीजें घर में रखने से दोष लगता है।
- सूअर, बन्दर, ऊँट के साथ ही अन्य जंगली जानवर जैसे सिंह, सियार, बिल्ली जैसे मांसभक्षी पशुओं के चित्र भी घर में नहीं होने चाहिए।
- रामायण और महाभारत के साथ किसी भी तरह के युद्ध चित्रों का घर में होना शुभ नहीं माना गया है। इनके साथ ही इतिहास और पुराणों में बताई गई कथा-कहानियाें के पात्रों के भी चित्र घर में नही होने चाहिए।
- रोते हुए मनुष्य, राक्षसों और भूत- प्रेतों के भयंकर चित्र भी घर में होना अशुभ माना जाता है।