छत्तीसगढ़

ग्रामीण विकास से ही समग्र विकास संभव – कुलपति

रायपुर
विप्र कला वाणिज्य एवं शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय में गुरुवार को शिक्षा विभाग द्वारा गढबो नवा छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा में नई तालीम विषय पर तीन दिवसीय नेशनल सेमीनार का उदघाटन करते हुए रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति के एल वर्मा ने कहा कि ग्रामीण विकास से ही समग्र विकास संभव है।

इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए प्रो. केशरी लाल वर्मा ने कहा महात्मा गांधी के विचारों पर आधारित नई तालीम ग्राम स्वराज की कल्पना है। ग्रामीण अपने उपलब्ध संसाधनों का श्रेष्ठ उपयोग करने के दक्षता या कुशलता अर्जित करें। राज्य शासन की योजनाएं नरवा, गुरुवा, घूरुवा, बाड़ी दशार्ता है कि ग्रामीण विकास से ही समग्र विकास संभव है। शहर हो या ग्रामीण अंचल, नवीन आवश्यकता के अनुरूप शिक्षा उपलब्ध होनी चाहिए।

तीन दिवसीय नेशनल सेमीनार के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता प्रोफेसर सी डी आगाशे (संचालक अध्यापक शिक्षा संस्थान रविवि) ने सेमीनार में उपस्थित छात्रों को बताया कि उच्च शिक्षा में नई तालीम का मुख्य उद्देश्य है कि हमारे युवा नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें। 2017- 2018 की रिपोर्ट के आधार पर 33 प्रतिशत प्रशिक्षित युवा बेरोजगार हैं क्योंकि उन्हें सही प्रशिक्षण नहीं मिला। इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार 94 प्रतिशत इंजीनियर नौकरी के लायक नहीं है, इनमें तकनीकी दक्षता का अभाव है। डिग्री ट्रेनिंग रोजगार के बीच जो संबंध होना चाहिए वह नहीं है । उच्च शिक्षा में नई तालीम का उद्देश्य है क्षमता को कुशलता या दक्षता में परिवर्तित करना।

इस अवसर पर कालेज के प्राचार्य डॉ. मेघेश तिवारी ने कहा नई तालीम युवाओं के कौशल विकास के लिए अच्छी पहल है। सेमीनार का उद्देश्य  विषय विशेषज्ञ से जानकारी हासिल कर विद्यार्थियों की दक्षता के लिए सही दिशा में सार्थक प्रयास करना है। सेमीनार का संचालन डा. दिव्या शर्मा ने किया।

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