राजगढ़
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में जिला कलेक्टर (डीएम) निधि निवेदिता को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। सीएए के समर्थन में रैली कर रहे बीजेपी नेता को थप्पड़ मारकर चर्चा में आईं निधि निवेदिता पर एक एएसआई को थप्पड़ मारने का भी आरोप है। इस मामले में चौतरफा दबाव के बीच जहां गृह मंत्री बाला बच्चन ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं, वहीं राज्य के सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि कलेक्टर के पास गोली मारने और लाठीचार्ज के अधिकार हैं, उन्हें थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था।
मंत्री गोविंद सिंह ने कह, 'कलेक्टर जैसे जिम्मेदारी भरे पद पर बैठे अधिकारी को थप्पड़ नहीं मारना चाहिए। वह पूरे जिले का दंडाधिकारी होता है और उसके आदेश पर कार्रवाई होती हैं। अगर कोई हिंसा करता है तो कलेक्टर के पास लाठीचार्ज, यहां तक कि गोली चलाने का भी अधिकार है। ऐसे में खुद कलेक्टर को थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था।' हालांकि बाद में उन्होंने इसे अपना व्यक्तिगत विचार बताया। उन्होंने कहा कि मैं किसी को भी गैरकानूनी काम करने पर तारीफ नहीं करूंगा।
थप्पड़कांड में राज्य सरकार को भेजी गई जांच रिपोर्ट
बता दें कि एएसआई को थप्पड़ मारने के मामले में पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। राज्य के गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि हमें जांच रिपोर्ट मिल गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के संज्ञान में भी यह मामला है। उन्होंने कहा, 'सभी जानते हैं कि कलेक्टर ने एएसआई को थप्पड़ मारा है। कानून अपना काम करेगा और जो भी कार्रवाई बनती है, वह होगी।' कलेक्टर के एएसआई को थप्पड़ मारने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। राज्य के डीजीपी वीके सिंह ने कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
अपने तेवर को लेकर चर्चा में रहीं निधि
2012 बैच की आईएएस ऑफिसर निधि निवेदिता की पहली पोस्टिंग झाबुआ में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर हुई थी। इसके अलावा वह एकीकृत बाल विकास योजना की प्रॉजेक्ट डायरेक्टर और इंदौर की अडिशनल कलेक्टर भी रह चुकी हैं। सिंगरौली जिले में जिला पंचायत CEO के तौर पर तैनाती के दौरान उन्होंने शौचालय बनवाने में घपला करने वाले पंचायत सचिव से उठक-बैठक करवाई थी।
बीजेपी कार्यकर्ता को थप्पड़ मारकर विवादों में घिरीं
राजगढ़ में सीएए के समर्थन में रैली के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता को थप्पड़ मारने की घटना के बाद वह चौतरफा घिरी थीं। एएसआई को थप्पड़ मारने की घटना सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, 'सिद्ध हो चुका है कि राजगढ़ कलेक्टर ने अपनी सीमा लांघ कर पहले तो संसद में बने कानून का समर्थन कर रहे कार्यकर्ताओं पर थप्पड़ बरसाए और इसके साथ ही एक एएसआई को भी थप्पड़ मारा। कमलनाथ जी से मेरा सवाल है कि क्या अब भी इन्हें बचाया जाएगा या फिर इन पर कार्रवाई की जाएगी?