छत्तीसगढ़

गोबर के बने दीयेे से जगमगाएगी दीपावली

उत्तर बस्तर कांकेर
इस बार गोबर के दीये से दीवाली जगमगाएगी। राज्य सरकार द्वारा मिट्टी एवं गोबर के दीये के उपयोग के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और लोग भी इससे जुड़ने लगे हैं, बाजारों में मिट्टी के दीये के अलावा गोबर के दीये भी बिक रहे हैं। कोकानपुर की रानी दुर्गावती स्व-सहायता समूह द्वारा गौठान के गोबर से निर्मित दीये के विक्रय के लिए कलेक्ट्रेट परिसर कांकेर में स्टॉल लगाया गया है, जिसे लोग हाथो-हाथ ले रहे हैं। कलेक्टर श्री के.एल. चौहान ने भी स्वयं अपने घर के लिए गोबर से बने दीये खरीदे और स्टॉल का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे भी मौजूद थे।  

रानी दुर्गावती स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष देवकी नेटी एवं सचिव सुमित टेकाम, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नुरूटी और समूह के सदस्य फूलबासन सलाम, पीआरपी सोहद्रा वट्टी और बीपीएम रणी साहू ने बताया कि गोबर के दीये बनाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर बड़ी मेहनत से गोबर के दीये बनाकर विक्रय कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि समूह द्वारा अगरबत्ती, मोमबत्ती, नहाने का साबुन इत्यादि का भी निर्माण किया जा रहा है, जिससे समूह के महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। स्व-सहायता समूह के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि रानी दुर्गावती स्व-सहायता समूह 2017 से प्रारंभ किया गया है, जिसमें 10 सदस्य हैं।

समूह के गठन होने के तीन माह के बाद ‘बिहान’ योजना के तहत् 15 हजार रूपये आजीविका के साधन उपलब्ध कराने अनुदान दिया गया। समूह के गठन होने के छः माह बाद सूक्ष्म ऋण योजना के तहत् 60 हजार रूपये 02 रूपये की ब्याज दर से दिया गया है, जिससे समूह के महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठान में वर्मी कम्पोस्ट एवं जैविक खाद भी बना रहे हैं साथ ही गौठान के किनारे गाजर घास व नेपियर घास का उत्पादन कर रहे हैं।

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