रायपुर
रेलवे रिसर्च डिजाइन एंड स्टैण्डर्स आगेर्नाइजेशन (आरडीएसओ) से मान्यता प्राप्त रेलवे ब्रिज निर्माण करने वाले देश भर के आॅथराइज्ड वेंडरों की एक दिवसीय कार्यशाला आज व्हीआईपी रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित की गई। कार्यशाला में बताया गया कि आने वाले समय में भारतीय अधोसंरचना के क्षेत्र में तेजी से विस्तार होने के साथ निर्माण संबंधी कई चुनौतियों भी सामने आ सकती है। रेलवे ब्रिज निर्माण समय की आवश्यकता है, रेल के विस्तार हेतु ब्रिज निर्माण समय पर करना आवश्यक होगा।
भारत इंडस्ट्री एसोसिएशन भिलाई के द्वारा आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि रेल कारीडोर एवं रेलवे हेतु ब्रिज निर्माण के दौरान निर्माण कार्य समय पर और गुणवत्तामूलक होना चाहिए। ब्रिज निर्माण के फ्रेब्रिकेटर्स को किसी तरह से क्वालिटी से समझौता नहीं करना चाहिए। समय पर निर्माण पूरा करने सामग्री की आपूर्ति निर्धारित स्थान पर अवश्य की जानी चाहिए। कार्यशाला में बताया गया कि आने वाले समय में एक लाख 47 हजार से अधिक महत्वपूर्ण छोटे बड़े रेलवे ब्रिज का निर्माण विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा, इस दृष्टिकोण से ब्रिज निर्माण से जुड़े अधिकृत वेंडरों को बेहतर क्वालिटी के साथ लंबी अवधि के गारंटी के साथ निर्माण पर ध्यान देना होगा। कार्यशाला में सीआईसीडीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर अरूण प्रसाद ने भी शासन द्वारा अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में उद्यमियों के साथ अन्य संस्थाओं को दिए जा रहे प्रोत्साहन एवं रियायत की जानकारी दी। इस दौरान भिण्डास के अध्यक्ष विजय शाह, सचिव स्वामीनाथन, विनोद जैन, रजनीश बंसल आदि उपस्थित थे।