श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीस कुरियन के जन्मदिन के अवसर पर हर वर्ष देश में 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे (राष्ट्रीय दुग्ध दिवस) मनाया जाता है। वर्गीज कुरियन का जन्म केरल के कोझिकोड में 26 नवंबर 1921 को हुआ था। कुरियन को 'भारत का मिल्कमैन' भी कहा जाता है। कुरियन के नेतृत्व में ही भारत को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम शुरू हुआ था। और आज भारत का नाम दूध उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी देशों के साथ शुमार होता है। नेशनल मिल्क डे के अवसर पर दूध के फायदों पर भी चर्चा होनी चाहिए। अनादि काल से दूध को अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए जादू की औषधि के रूप में देखा जाता रहा है। दूध एक संपूर्ण आहार है, जिसमें कैल्शियम, सोडियम, प्रोटीन, विटामिन (ए, के और बी12), वसा, अमीनो एसिड, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट और अन्य अहम पोषक तत्व शामिल हैं जो शरीर में ऊर्जा का संचार करते हैं। अकसर पोषण की खान दूध को अपने आप में एक पूर्ण भोजन के रूप में माना जाता है।
अब जब राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की बात हो रही है तो फिर देश में दूध उत्पादन में अहम भूमिका निभाने वाले अमूल पर भी चर्चा होनी चाहिए। आज अपने डेयरी प्रोडक्ट्स से दुनिया भर में छा चुकी अमूल कंपनी ने 1945-46 में कारोबार शुरू किया था।
मस्त नींद, सेहत में सुधार
रात को एक गिलास दूध पीने से सबसे अच्छी नींद आती है, सुबह मूड अच्छा होता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है। दूध और डेयरी उत्पादों में ट्रिप्टोफैन, एक एमिनो एसिड होता है जो नींद को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। ट्रिप्टोफैन में सुखदायक और मन को शांत करने वाला (शामक) प्रभाव होता है, जो हमारी नींद में सहायक है। दूध में मेलाटोनिन भी होता है, एक हार्मोन जो एक न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में कार्य करता है और नींद के पैटर्न को सही तरीके से कंट्रोल करने में सहायक होता है। दूध में मौजूद खास प्रोटीन मस्तिष्क के रिसेप्टर्स को ट्रिगर करने वाले होते हैं जो चिंता और तनाव को कम करने में मदद करते हैं जिससे नींद को बेहतर किया जाता है।
हड्डियों की मजबूती
दूध के पोषक तत्वों में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद है। रात में एक गिलास दूध पीने से शरीर में कैल्शियम बढ़ता है, जिससे हड्डियां बढ़ती हैं जो पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली और मजबूत होती हैं। यह जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है। दूध में विटामिन डी का उच्च स्तर होता है, जो शरीर द्वारा स्वस्थ हड्डियों के निर्माण के लिए आवश्यक कैल्शियम के अवशोषण के लिए आवश्यक होता है। दूध शरीर में हीलिंग के लिए अच्छा है। विटामिन डी ऑस्टियोपोरोसिस जैसी कई बीमारियों की वजह से होने वाली क्षति और नुकसान की भरपाई कर सकता है।
वजन घटाने में सहायक
रात में दूध पीने से वजन कम किया जा सकता है। रात के समय दूध पीना आपको परिपूर्णता की भावना से प्रभावित कर सकता है जो आपकी भूख को रोक सकता है। वजन कम करने की चिंता किए बिना केवल एक कप गर्म दूध पीना फायदेमंद है। दूध प्रोटीन का स्रोत है जो रक्त शर्करा के उचित स्तर को बनाए रखने और पर्याप्त ऊर्जा स्तर सुनिश्चित करने में मदद करता है। मलाई हटा कर कम वसा (फैट) वाला दूध ज्यादा गुणकारी है।
अच्छी त्वचा के लिए उपयोगी
त्वचा के लिए रात में दूध पीने के कई फायदे हो सकते हैं। नियमित रूप से दूध का सेवन त्वचा को युवा रूप दे सकता है। दूध में विटामिन बी12 होता है जो त्वचा की लोच बेहतर करने में मदद कर सकता है। दूध में मौजूद विटामिन A नई कोशिका संरचनाओं के निर्माण में सहयोग देता है और त्वचा की विभिन्न बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकता है।
तनाव कम करने में सहायक
सोने से पहले एक कप दूध पीना तनाव कम करने का एक बेहतरीन उपाय है। दूध में पाया जाने वाला प्रोटीन, लैक्टियम तनाव को कम करने, रक्तचाप संतुलित करने, मांसपेशियों को आराम देने और कोर्टिसोल के स्तर को कम करने वाले हार्मोन को कम करके शरीर पर सुखदायक प्रभाव पैदा कर सकता है। लैक्टियम तनाव और चिंता को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए मस्तिष्क के रिसेप्टर्स को प्रभावित कर सकता है।
दिल की बीमारी से बचाव
लो-फैट या बिना फैट वाला दूध पीना कम कोलेस्ट्रॉल के स्तर के लिए चमत्कार कर सकता है। दूध में शामिल प्रोटीन खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम करते हुए अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ा सकते हैं। गाय का दूध विटामिन ए, डी और कैल्शियम से भरा होता है जो आपके ह्रदय के स्वास्थ्य में सकारात्मक योगदान दे सकता है।
सर्दी और खांसी के खिलाफ सुरक्षा उपाय
रात को थोड़ी हल्दी डालकर तैयार किया गया गर्म दूध पीना सर्दी और खांसी के लक्षणों से राहत पाने का एक गुणकारी प्राकृतिक उपचार हो सकता है। हल्दी-दूध के एंटीऑक्सिडेंट और जीवाणुरोधी गुण शरीर के लिए बहुत लाभदायक हैं।
पाचन के लिए उपयोगी
दूध से न केवल पाचन तंत्र तेज होता है, बल्कि यह पुरानी जलन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों को भी ठीक करता है। शहद और दूध के जादुई मिश्रण से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। दूध, जब शहद के साथ मिलाया जाता है, तो एक प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है जो अच्छे बैक्टीरिया के विकास का पोषण कर सकता है और आंत में रोग पैदा करने वाले बुरे बैक्टीरिया को खत्म कर सकता है।
आंतों के विकार का मुकाबला
रात में ठंडा दूध पीने से एसिडिटी से तुरंत राहत मिलती है और पेट में कब्ज, पेट फूलना जैसे अन्य सामान्य पेट की समस्याओं को दूर रखने में मदद मिल सकती है। दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड आंत में अम्लता के निर्माण को बेअसर करने में मदद कर सकता है। दूध में कैल्शियम पेट में उत्पादित किसी भी अतिरिक्त एसिड को अवशोषित कर सकता है।
मधुमेह के रोगियों के लिए गुणकारी
डायबिटीज के मरीजों की हड्डियों में कमजोरी आ जाती है, जिसके कारण वे कमजोरी महसूस करते हैं। उनके लिए रात में बगैर चीनी मिलाए आधा कप दूध पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है।