नई दिल्ली
आईएनएक्स मामले में तिहाड़ की जेल नंबर-7 की सलाखों के पीछे पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम जेल की रोटी नहीं खा रहे हैं। उन्हें रोटी से ज्यादा दाल और चावल भा रहे हैं। वह जेल के विचाराधीन कैदी नंबर-1449 बने हैं। तिहाड़ जेल से उन्हें यह रजिस्ट्रेशन नंबर दिया गया है। जेल में वह उमस और गर्मी से परेशान हैं। इस जेल में रह-रहकर आने वाली बदबू से भी उन्हें परेशानी हो रही है।
तिहाड़ जेल के अडिश्नल आईजी राजकुमार का कहना है कि अभी कुछ दिन पहले जब उन्होंने जेल नंबर-7 का दौरा किया था तब बदबू नहीं आ रही थी। अगर कोई कैदी शिकायत करता है तो गौर किया जाएगा। इस तरह से बदबू आने वाली कोई शिकायत अभी तक चिदंबरम ने जेल प्रशासन से नहीं की है। हालांकि, जेल सूत्रों का कहना है कि केवल इसी जेल से ही नहीं बल्कि तिहाड़ की अन्य कई जेलों में भी स्मेल आती है। इसका एक बड़ा कारण यहां कैदियों की बढ़ती भीड़ है। इसी जेल नंबर-7 की ही बात की जाए तो इसमें कैदियों को रखने की क्षमता 350 की है लेकिन यहां करीब 650 कैदी बंद हैं। इनमें विचाराधीन और सजायाफ्ता दोनों ही तरह के कैदी बंद हैं।
क्या खा पी रहे हैं चिदंबरम?
जेल सूत्रों का कहना है कि जेल में रहते हुए चिदंबरम की दिनचर्या का टाइम टेबल एकदम सेट है। वह समय पर उठते और सोते हैं। इसके अलावा वह समय पर ही खाना खाते हैं। सूत्रों का कहना है कि वैसे तो खाने में वह जेल के लंगर से मिली हर चीज खा लेते हैं। लेकिन देखने में आया है कि वह खाने में रोटियां खाने से परहेज ही करते हैं। उन्हें यहां के दाल-चावल काफी अच्छे लग रहे हैं। हां, एक-दो बार उन्होंने जेल की बनी आलू-पूरी जरूर खाई है। इसके अलावा वह दूध से कहीं अधिक यहां की चाय पीते हैं। वह भी नॉर्मल चाय। जेल सूत्रों का कहना है कि जब से वह जेल में आए हैं तब से अभी तक उन्होंने जेल प्रशासन से किसी भी चीज की कोई डिमांड नहीं की है। उनका पूरा वक्त उनके ही सेल में कट रहा है।
दूसरे कैदियों से रखा जा रहा दूर
हां, जब उन्हें उनके सेल से बाहर निकाला जाता है तो इस बात का ख्याल जरूर रख लिया जा रहा है कि उस दौरान अन्य कोई कैदी अपने वॉर्ड या सेल से बाहर ना हो। ताकि उनकी सुरक्षा के लिए किसी तरह का कोई खतरा उत्पन्न ना हो जाए। जेल सूत्रों का कहना है कि इस जेल नंबर-7 में कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक को भी बंद रखा गया है। लेकिन जेल अधिकारियों का कहना है कि वह चिदंबरम से काफी दूर दूसरे सेल में बंद किया गया है। जेल में रहते हुए अभी तक चिदंबरम ने किसी अन्य कैदी से कोई बातचीत शुरू नहीं की है। वह अपना ही हिसाब-किताब लगाने में मग्न रहते हैं। उनके सेल में टीवी नहीं लगा है लेकिन सेल की गैलरी में एक कॉमन टीवी जरूर लगा है। देश और दुनिया में चल रही गतिविधियों की जानकारी लेने के लिए वह अब हर रोज न्यूज पेपर भी पढ़ रहे हैं।