चंडीगढ़
हरियाणा में सरकार बनाने के लिए सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी से विधायक चुनकर आए गोपाल कांडा का समर्थन बीजेपी ने ठुकरा दिया है। हरियाणा बीजेपी का कहना है कि गोपाल कांडा को सरकार में शामिल किए जाने का सवाल ही नहीं बनता है। बता दें कि जेजेपी के समर्थन के बाद बीजेपी ने हरियाणा में सरकार बनाने की तैयारी पूरी कर ली है। केंद्रीय पर्यवेक्षक बनकर हरियाणा गए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने चंडीगढ़ में बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद कहा कि गोपाल कांडा से पार्टी कोई समर्थन नहीं ले रही है।
इस बीच चंडीगढ़ के यूटी गेस्ट हाउस में बीजेपी विधायकों की बैठक में मनोहर लाल खट्टर को विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके बाद मनोहर लाल खट्टर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। खट्टर दूसरी बार हरियाणा के सीएम बनने जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मनोहर लाल खट्टर रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
हम कांडा का समर्थन नहीं स्वीकार कर रहे: विज
हरियाणा के मंत्री और बीजेपी नेता अनिल विज ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'गोपाल कांडा को सरकार में शामिल करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता, न ही हम उनका समर्थन स्वीकार कर रहे हैं।' इससे पहले हरियाणा बीजेपी के इनचार्ज अनिल जैन ने कहा था, 'हम कुछ ही देर में विधायक दल की बैठक करने वाले हैं जिसके बाद हम तय करेंगे कि किसका समर्थन लेना है।'
गोपाल कांडा ने बिना शर्त समर्थन दिया था
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों से बने समीकरण के बाद गोपाल कांडा और 6 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी सरकार को शुक्रवार सुबह समर्थन देने का ऐलान किया था, लेकिन एयर होस्टेस को सूइसाइड के लिए उकसाने के आरोपित कांडा से समर्थन लेने पर विपक्ष ही नहीं, खुद बीजेपी के अंदर से सवाल उठे। सोशल मीडिया में भी विरोध के तीखे सुर दिखे तो बीजेपी आलाकमान ने बिना कांडा के ही सरकार बनाने का खाका खींचा।
"गोपाल कांडा को सरकार में शामिल करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता, न ही हम उनका समर्थन स्वीकार कर रहे हैं।"-अनिल विज, बीजेपी नेता और हरियाणा के मंत्री
उमा भारती ने भी जताया था विरोध
बीजेपी नेता उमा भारती ने भी इस पर पार्टी को सतर्क किया था। उन्होंने कई ट्वीट करते हुए कहा था कि कांड से समर्थन लेना बीजेपी के नैतिक मूल्यों के खिलाफ रहेगा। उन्होंने कांडा के लिए सख्त शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा था कि वह सिर्फ चुनाव जीतने भर से बेगुनाह नहीं हो जाते। बता दें कि टोहाना से चुनाव हारने वाले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कांडा का समर्थन किया था जबकि खट्टर इस पर चुप्पी साधे रहे।