भोपाल
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हिंदुत्व के एजेंडे को हथियाने के लिए मध्य प्रदेश की कमलनाथ (CM Kamalnath) सरकार ने नई कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए कमलनाथ सरकार ने अब धार्मिक कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) की योजना तैयार की है. सरकार ने प्रदेश के बड़े धार्मिक पर्यटन स्थल महाकाल की नगरी उज्जैन (Ujjain) को चुना है, जहां आगामी 7 दिसंबर को कमलनाथ सरकार की धार्मिक कैबिनेट की बैठक होगी. इस बैठक में सरकार राज्य के बड़े धार्मिक स्थलों के विकास और विस्तार पर बड़े फैसले ले सकती है. कमलनाथ सरकार दूसरी बार भोपाल से बाहर कैबिनेट की तैयारी में है.
जबलपुर के बाद महाकाल की नगरी उज्जैन में कमलनाथ सरकार की कैबिनेट की बैठक के लिए विभागीय स्तर पर तेजी से एजेंडा तैयार हो रहा है. धार्मिक कैबिनेट की पहली बैठक में सरकार के मंत्री उज्जैन के विकास के साथ ही प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों के विस्तार पर तैयार प्रजेंटेशन देखेंगे. साथ ही सरकार इस बैठक में धार्मिक स्थलों को विकसित करने और श्रद्धालुओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं देने को लेकर बड़े फैसले करेगी. प्रदेश के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा है कि धार्मिक स्थलों को लेकर सीएम कमलनाथ की अपनी सोच है. इस पर अमल के लिए 7 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक उज्जैन में करने पर विचार किया जा रहा है.
इससे पहले सरकार ने उज्जैन के विकास के लिए 300 करोड़ रुपए की योजना तैयार की है. इसमें महाकाल मंदिर के विस्तार और सुधार की कई स्कीम है. बताया गया है कि महाकाल मंदिर के मूल ढांचे के साथ बिना किसी छेड़छाड़ के उसके विस्तार और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए सरकार योजना बना रही है. कैबिनेट बैठक में मंदिर के विकास का प्रेजेंटेशन दिखाया जाएगा. इसके अलावा महाकाल मंदिर के अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव भी कैबिनेट में लाया जाएगा. कैबिनेट की बैठक में हिंदू धार्मिक स्थल के साथ ही मुस्लिम और सिख समुदाय के एक-एक धार्मिक स्थल को भी विकसित करने पर फैसला लिया जा सकता है. वहीं, ओरछा के विकास को लेकर भी प्रस्ताव लाए जाने की योजना है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा है कि प्रदेश के बड़े धार्मिक स्थलों को विश्वस्तरीय पहचान दी जाए. इसके लिए मौजूदा व्यवस्थाओं में बड़े बदलाव की तैयारी है, ताकि स्थानीय स्तर पर धार्मिक स्थलों को विकसित कर पर्यटन को बढ़ाया जा सके. इसके जरिए पर्यटकों को रिझाकर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिल सकें. इधर, कांग्रेस सरकार की धार्मिक कैबिनेट की योजना पर बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस सरकार धर्म के नाम पर ढोंग कर रही है. बहरहाल, पहले ही साफ्ट हिंदुत्व को लेकर आगे बढ़ रही कांग्रेस सरकार अब अपने धार्मिक पर्यटन स्थलों पर बड़े फैसले कर लोगों में पार्टी की छवि चमकाने के साथ ही बीजेपी को उसके एजेंडे पर मात देने की भी तैयारी कर रही है.