लखनऊ
उत्तर प्रदेश में खाली हुईं विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दल तैयारियों में जुटे हुए हैं। कांग्रेस ने पांच सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान भी कर दिया है। उम्मीदवारों के नामों वाली सूची में पार्टी ने पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया का नाम भी शामिल किया है। तनुज पुनिया को जैदपुर विधानसभा सीट से कैंडिडेट घोषित किया गया है।
बता दें कि बाराबंकी के जैदपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक उपेंद्र रावत भी सांसद बन गए। उन्होंने बाराबंकी लोकसभा सीट से चुनाव जीता। जैदपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों के अंतर्गत आती है। इसमें वर्ष 2017 के नतीजों पर गौर करें तो यहां से उपेंद्र रावत ने 1 लाख 11 हजार 64 वोट पाकर चुनाव अपने नाम किया था। इस सीट पर कांग्रेस के तनुज पुनिया 81 हजार 883 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। बीएसपी की उम्मीदवार कुमारी मीता गौतम को 48 हजार 95 वोट मिले थे।
इन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान
कांग्रेस ने गंगोह से नौमान मसूद को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, लखनऊ कैंट विधानसभा से दिलप्रीत सिंह को टिकट दिया है। मानिकपुर से कांग्रेस ने रंजना पांडेय को प्रत्याशी बनाया है। प्रतापगढ़ से पार्टी ने नीरज त्रिपाठी को कैंडिडेट घोषित किया है।
जानिए, क्यों खाली हुईं ये सीटें?
गंगोह विधानसभा सीट 2017 में बीजेपी ने जीती थी। यहां के विधायक प्रदीप चौधरी कैराना से सांसद चुने गए। उनके इस्तीफे से यह सीट खाली हुई है। गंगोह पर एसपी ने पूर्व मंत्री यशपाल सिंह के बेटे इंद्रसेन को कैंडिडेट बनाया है। लखनऊ कैंट सीट से रीता बहुगुणा जोशी ने बीजेपी की तरफ से विधानसभा चुनाव 2017 में जीत दर्ज की थी लेकिन उन्हें बाद में प्रयागराज से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बना दिया गया और उन्होंने जीत भी दर्ज की। इसकी वजह से लखनऊ कैंट की सीट खाली हो गई। मानिकपुर सीट छोड़कर आरके सिंह पटेल ने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की, जिसके बाद यह सीट भी खाली हो गई थी। प्रतापगढ़ से विधायक रहे संगमलाल गुप्ता ने सीट छोड़कर बीजेपी की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसके चलते यह सीट भी खाली हुई।