रायपुर
पार्षदों द्वारा नगरीय निकाय में महापौर और अध्यक्ष पद का चुनाव किये जाने के राज्य सरकार के फैसले का कांग्रेस ने स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भारत की संसदीय प्रणाली में प्रधानमंत्री का चुनाव जनता द्वारा निर्वाचित सांसद और मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक करते है तो पार्षदों द्वारा महापौर के चुने जाने पर भाजपा को आपत्ति क्यों है?
भारतीय जनता पार्टी जान चुकी है कि उसके पार्षद जीत कर नहीं आने वाले हैं इसीलिये वह विरोध कर रही है। राजनीति में सक्रिय छोटे और आम कार्यकर्ता प्रत्यक्ष प्रणाली में महापौर हेतु चुनाव क्षेत्र बड़ा होने और खचीर्ली चुनाव प्रक्रिया के चलते सीधे तौर पर महापौर का चुनाव नहीं लड़ पाते और इस प्रकार से सक्रिय प्रतिभावान कार्यकर्ता पीछे रह जाते हैं!
पार्षदों के माध्यम से महापौर के निर्वाचन में ऐसे ऊजार्वान कार्यकतार्ओं को अपनी काबिलियत को साबित करने का मौका मिलेगा जो स्वागत योग्य है। खरीद फरोख्त की संभावना के आधार पर विरोध करने वाली भाजपा यह ना भूले कि मोदी दो बार इसी प्रणाली से तो चुने गये है।
इधर भाजपा ने इस फैसले का विरोध किया है,नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि हार के भय से कांग्रेस यह निर्णय लिया जो पूरी तरह अलोकतांत्रिक कदम है।