नई दिल्ली
मात्र चार सालों में ही अभिनेता विक्की कौशल ने अपने दमदार अभिनय से महत्वपूर्ण और व्यावसायिक सफलता का स्वाद चख लिया है। अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने के साथ ही विक्की ने काफी लोकप्रियता हासिल की।
अभिनेता का मानना है कि सफलता के साथ आलोचना भी आती है। विक्की रचनात्मक आलोचना का स्वागत करते हैं, इसे वे कलाकारों के विकास के लिए आवश्यक मानते हैं।
विक्की ने कहा, "यदि आलोचना रचनात्मक होती है और यह आपको आत्मविश्वासी बनाती है तो लगता है कि, 'हां इसमें कोई बात है' और 'इसमें मैं कुछ कर सकता था जो सही क्लिक नहीं हुई' तो आपको इसका अनुसरण जरूर करना चाहिए।"
अभिनेता ने आगे कहा, "कई बार आलोचना, गुस्से का भी परिणाम होता है। आपको अपनी सच्चाई पता होती है, इसलिए आप इसे पढ़ते हैं और इस पर विचार भी करते हैं। अगर यह समझ में आता है, तो आप इस पर विश्वास करते हैं, इस पर अमल करते हैं और उस क्षेत्र में काम भी करते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है, तो फिर यह आपके काम को प्रभावित करता है।"
हाल ही में अभिनेत्री नोरा फतेही के साथ संगीत वीडियो 'पछताओगे' में नजर आए 31 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि आलोचना एक अभिनेता के जीवन का 'हिस्सा और अंश' है।
अभिनेता ने साल 2015 में फिल्म 'मसान' से शुरुआत की थी। उसके बाद विक्की ने 'राजी', 'संजू' और 'मनमर्जियां' जैसी फिल्मों में काम किया। उसके बाद साल की शुरुआत में 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' ने अभिनेता को बॉलीवुड के नामी शख्सियतों में शामिल किया।
आप अपनी सफलता का आनंद कैसे लेते हैं? इस सवाल के जवाब में अभिनेता ने कहा, "मैं सफलता का आनंद अपने काम पर अधिक ध्यान केंद्रित कर करता हूं, क्योंकि इसी वजह से मुझे सफलता मिली है। मैं अपनी पहचान को खोना नहीं चाहता। मुझे जो भी सम्मान और प्यार मिल रहा है, वह सिर्फ मेरे काम की वजह से है।"
आप स्क्रीप्ट का चयन करते वक्त टेंपलेट का अनुसरण करते हैं, या अपने दिल की सुनते हैं? इस पर विक्की ने कहा, "मेरी कोशिश रहती है कि मैं एक ही जैसे किरदार को न दोहराउं। अगर मैंने हाल-फिलहाल कुछ किया है, तो विषय में फिर से हाथ नहीं लगाता हूं।"