बेंगलुरु
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा बीजेपी नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद जल्द ही दो और डेप्युटी सीएम की नियुक्ति कर सकते हैं। इस नियुक्ति के बाद राज्य में डेप्युटी सीएम की संख्या बढ़कर 5 हो जाएगी। बताया जा रहा है कि जिन दो लोगों को डेप्युटी सीएम बनाया जाना है, वे कर्नाटक के दो बड़े समुदायों का प्रतिनिधि करते हैं।
सूत्रों के मुताबिक एक नए डेप्युटी सीएम अनुसूचित जनजाति और दूसरे डेप्युटी सीएम कुरुबा समुदाय से हो सकते हैं। येदियुरप्पा के कैबिनेट में वर्तमान समय में तीन डेप्युटी सीएम हैं जिसमें गोविंद कारजोल एससी, लक्ष्मण सावदी लिंगायत और सीएन अश्वत नारायण वोक्कालिगा समुदाय से हैं। उन्होंने बताया कि सीएम येदियुरप्पा के इस कदम का उद्देश्य है।
सूत्रों ने कहा कि दो डेप्युटी सीएम और बनाए जाने से सभी समुदायों को खुश करके पूरे कर्नाटक के वोटबैंक पर नजर रख सकते हैं और उसे बढ़ा सकते हैं। ये पांचों समुदाय राज्य की 70 फीसदी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा बीजेपी का आलाकमान चाहता है कि पांचों डेप्युटी सीएम में प्रतिस्पर्द्धा हो ताकि इनमें से किसी एक को बाद में येदियुरप्पा की कुर्सी दी जा सके।
बता दें कि कर्नाटक में बीजेपी लिंगायतों की पार्टी मानी जाती है और येदियुरप्पा पिछले तीन दशक से पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। वोक्कालिगा जहां जेडीएस के वोटर माने जाते हैं वहीं अहिंदा (अल्पसंख्यक, ओबीसी और दलित) कांग्रेस के समर्थक माने जाते हैं। बीजेपी को अब यह अहसास हो गया है कि उसे लिंगायत के टैग से बाहर निकलना होगा। बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए अब अन्य समुदायों को भी खुश करने में लग गई है।