इंदौर
हनी ट्रैप (Honeytrap) मामले में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है. उन्होंने इंदौर में जीतू सोनी पर हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार अधिकारियों की उंगलियों पर नाच रही है. हनी ट्रैप में बड़े अधिकारी (Bureaucrats) संलिप्त हैं और अपने आपको बचाने के लिए इस प्रकार के धमाके कर रहे हैं. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हनी ट्रैप में फंसे अधिकारियों को सरकार नहीं, हम बेनकाब करेंगे.
कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर पलटवार करते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कमलनाथ किसी के इशारों पर नहीं नाचते. अफसरों को भी उनसे बात करने से पहले सोचना पड़ता है. बीजेपी मिथ्या आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा कि, 'जहां तक हनीट्रैप की बात है, ये बीजेपी सरकार के समय का तंत्र है. इसमें पकड़ी गई एक महिला तो बीजेपी से टिकट भी मांग रही थी और बीजेपी के कुछ नेता उसे टिकट दिलाने की पैरवी भी कर रहे थे, ऐसे में चेहरे तो उनके सामने आएंगे, जिनके समय का ये मामला है. हमारी सरकार को कल भी कोई खतरा नहीं था, आज भी कोई खतरा नहीं है. जिस दिन ये चेहरे उजागर होंगे, आपको खुद पता लग जाएगा कि इसमें भारतीय जनता पार्टी के कितने लोग हैं.'
जीतू सोनी के होटलों में काम करने वाले म्यूजिशियन और वेटरों पर मानव तस्करी के मामले दर्ज किए गए हैं. इन लोगों के परिजनों ने मंगलवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की. इन लोगों का कहना है कि वो सिर्फ अपना परिवार चलाने के लिए जीतू सोनी के होटल और बार में काम करते थे. अनैतिक गतिविधियों से उनका कोई लेना देना नहीं है. इन लोगों ने कैलाश विजयवर्गीय से मदद की अपील भी की. वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 'होटल माय होम' मामले में पुलिस-प्रशासन ने गरीब आर्केस्ट्रा वाले और वेटरों पर मानव तस्करी के केस दर्ज किए हैं, जबकि उनका इसमें कोई हाथ ही नहीं है.