कोलकाता/ मुंबई
दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार की शाम जमकर बवाल हुआ. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और वाम छात्र संगठनों के बीच मारपीट हुई, जिसमें छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 18 छात्र घायल हो गए. वहीं दो अध्यापक भी घायल हो गए. वाम छात्र संगठन और एबीवीपी, दोनों ही एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया.
इस घटना को लेकर जहां कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी घायलों से मिलने एम्स अस्पताल पहुंचीं, वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ यूनिवर्सिटी समेत कई विश्वविद्यालयों के छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे. कई विश्वविद्यालयों के छात्र और अध्यापक भी अब जेएनयू छात्र संघ के समर्थन में आ गए हैं.
जेएनयू में हिंसक घटना के खिलाफ आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने परिसर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. वहीं कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया और अध्यापकों ने भी जेएनयूएसयू के साथ एकजुटता प्रदर्शित की. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अध्यापक संघ ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
जादवपुर यूनिवर्सिटी के टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव पार्थ प्रतीम रॉय ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि जेएनयू में हालात सामान्य करने और हिंसा रोकने के लिए केंद्र और दिल्ली की सरकार तत्काल कार्रवाई करे. उन्होंने समाज के सभी वर्गों, विशेषकर छात्रों और अध्यापकों से इस घटना की निंदा करने का आह्वान किया.
एएमयूटीए ने की पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के टीचर्स एसोसिएशन (एएमयूटीए) ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए मांग की है कि एबीवीपी के गुंडों और मूकदर्शक रहे पुलिसकर्मियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. एसोसिएशन के सचिव प्रोफेसर नजमुल इस्लाम ने इस घटना में संलिप्त एबीवीपी कार्यकर्ताओं को गुंडा बताते हुए कहा है कि मूकदर्शक रही पुलिस के सामने जेएनयू के छात्रों और अध्यापकों के साथ एबीवीपी के गुंडों ने जिस तरह से बर्बरता की, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने केंद्र सरकार और राष्ट्रपति से इस घटना में संलिप्त एबीवीपी समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
क्या है जेएनयू की घटना
देर शाम जेएनयू परिसर में छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई. लेफ्ट के छात्र संगठनों ने एबीवीपी पर हॉस्टल में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया, वहीं एबीवीपी ने लेफ्ट संगठनों पर. इस घटना में कई छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं. जेएनयू की छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष के भी सर में चोट आई है. इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी खड़ी रही. छात्रों ने कवरेज के लिए पहुंचे पत्रकारों के साथ भी मारपीट की.