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ऑटो एक्सपो में दी दिखी प्रदूषण की चिंता, पर्यावरण बचाने वाली कारें आई सामने

 ग्रेटर नोएडा 
जितनी जरूरी कार है, उससे ज्यादा जरूरी साफ हवा है। पूरी दुनिया पर्यावरण प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। तमाम रिपोर्ट बताती हैं कि बढ़ते वाहनों की इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। लिहाजा, कंपनियां इस चिंता का समाधान लेकर ऑटो एक्सपो में आई हैं। कमोबेश हर कंपनी ने नई पीढ़ी की कार पेश की है। इनमें बिजली से चलने वाली और तेल को ज्यादा ऊर्जा में बदलने वाली कार शामिल हैं।

सबसे पहले सबसे बड़ी भारतीय कार निर्माता कंपनी मारुति की बात करें तो मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार को ऑटो एक्सपो 2020 में अपनी कांसेप्ट कार फ्यूचरो-ई इलेक्ट्रिक पेश की है। कंपनी जल्दी भारत में बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक कार भी लांच करेगी। मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक केनिची अयुकावा ने कहा कि फ्यूचरो-ई कार एक इलेक्ट्रिक एसयूवी-कूप है। इसमें बोल्ड और स्पोर्टी विशेषताएं हैं। इसे पहली बार भारत में ही पेश किया गया है। दरअसल, पर्यावरण को संभालना कार निर्माताओं की मजबूरी नहीं नैतिक जिम्मेदारी है। जब तक यह कार सड़क पर आएगी तब तक मारुति ने अपनी सारी कारों को बीएस-6 में तब्दील कर दिया है। यह तकनीक जैव ईंधन की पूरी मात्रा को ऊर्जा में बदलती है, जिससे प्रदूषण कम होता है।

ऑटो एक्सपो में 26 वाहन लेकर आई टाटा 
टाटा ने बिजली से चलने वाली दो कार एचबीएक्स और शियरा पेश की हैं। एचबीएक्स में सारी लाइट एलईडी हैं। पहाड़ों के लिए इसे विशेष रूप से तैयार किया गया है। शियरा का भीतरी डिजाइन अपने आप में कमाल है। दोनों कार अगले छह महीने में बाजार में आ जाएंगी।
 
टाटा मोटर्स के मार्केटिंग प्रमुख विवेक श्रीवत्स ने कहा कि हम 26 वाहन लेकर आए हैं। सभी में बीएस-6 तकनीक वाले इंजन हैं। हम दो मोर्चों पर काम कर रहे हैं। पहला, जब तक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी आम उपयोग में नहीं आ जाती, तब तक फ्यूल एसिशिएंट वाहन प्रयोग में लाए जाएं। दूसरी योजना वाहनों को बिजली के बाद सोलर पावर से चलाने की है जिस पर शोध चल रहे हैं।

महिंद्रा की 'फनस्टर' देगी सवालों के जवाब
तीसरी भारतीय कंपनी महिंद्रा फनस्टर, एटम, ईएक्सयूवी-300 और ई-केयूवी-100 लेकर आई है। बिजली से चलने वाली कारों के लेकर लोगों के मन में बहुत सारे सवाल रहते हैं। मसलन, इनकी रफ्तार कम है, पिक-अप कम है और एक बार चार्ज करने के बाद कहां तक जाएंगी। इन सवालों के जवाब फनस्टर देती है। यह कार महज पांच सेकेंड में शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ेगी। यह 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है और उस वक्त इसकी ताकत 230 किलोवॉट तक पहुंच जाएगी। एक बार चार्ज करके के बाद यह 520 किलोमीटर तक जा सकती है। महिंद्रा इलेक्ट्रिक के सीईओ महेश बाबू ने कहा कि दिल्ली और दूसरे महानगरों में पूरे साल रहने वाले प्रदूषण से निपटने में हम मदद करना चाहती हैं। हम सोलर पैनल वाली छत के साथ तिपहिया ऑटो भी लेकर आए हैं।

हुंडई ने अपनी पहली लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक स्पोर्ट यूटिलिटी कार कोना लॉन्च की। एमजी मोटर्स ने मार्वल एक्स इलेक्ट्रिक वाहन पेश किया है। दोनों वाहनों को पूरी तरह भारत में असेंबल किया जाएगा।

पूरी दुनिया पर्यावरण को बचाने में जुटी है। ऑटोमोबाइल सेक्टर इसे लेकर बेहद संजीदा है। अगर पर्यावरण नहीं बचेगा तो कार और लग्जरी का क्या मतलब। यह विचार हमारे दिमागों में घुस चुका है। -सुगातो सेन, उप महानिदेशक, एसआईएएम

कंपनियां और उनके नए वाहन
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रेनो        ट्राइबर, जोई, केजेडई
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