मध्य प्रदेश

ऐसे लोगों की मदद के लिए आगे आएँ जो अपनी परेशानी नहीं बता पाते

भोपाल

परिवार का यदि एक भी सदस्य दु:खी है, तो परिवार खुश नहीं रह सकता। यही बात समाज और देश पर भी लागू होती है। इसलिए पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे आगे बढ़कर आर्थिक तथा सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों के ऐसे लोगों की मदद करें, जो अपनी परेशानी नहीं बता पाते। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने साँची में पुलिस अधिकारियों के "अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति वर्गों के प्रति संवेदनशीलता" सेमिनार में यह बात कही।

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्गों के कल्याण के लिए सरकार ने कारगर कदम उठाए हैं। डॉ. चौधरी ने केन्द्रीय एजेंसी आई.बी. द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में प्रदेश के बुरहानपुर अजाक थाना को प्रथम तीन में चुने जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होने थाना प्रभारी को शील्ड भेंटकर सम्मानित किया।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अजाक) मती प्रज्ञा ऋचा वास्तव ने सेमिनार के उद्देश्यों की जानकारी दी। पुलिस उप महानिरीक्षक होशंगाबाद रेंज  आर.ए.चौबे, कलेक्टर रायसेन  उमाशंकर भार्गव और पुलिस अधीक्षक मती मोनिका शुक्ला तथा सहायक पुलिस महानिरीक्षक (अजाक)  विजय खत्री सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

मार्गदर्शिका ''प्रयास'' का विमोचन

मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने सेमिनार के उद्घाटन सत्र में मार्गदर्शिका ''प्रयास'' का विमोचन किया। पुलिस मुख्यालय की अजाक शाखा द्वारा यह मार्गदर्शिका प्रकाशित की गई है।

गुलगाँव वासियों से 10 जनवरी को सीधा संवाद

राज्य-स्तरीय सेमिनार के दूसरे दिन 10 जनवरी को पुलिस अधिकारी सुबह 10:30 बजे रायसेन जिले के अनुसूचित जाति बहुल ग्राम गुलगाँव पहुँचकर ग्रामीणों से सीधा संवाद करेंगे। सेमीनार का समापन इसी दिन शाम 4:30 बजे पुलिस महानिदेशक  विजय कुमार सिंह करेंगे। इससे पहले तकनीकी सत्र होंगे।

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