भोपाल
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने उद्यानिकी क्षेत्र को आगे बढ़ाने में सहकारिता की भूमिका को और ज्यादा प्रभावी बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में उद्यानिकी क्षेत्र प्राथमिकता का क्षेत्र होगा। इस पर अभी से ध्यान देना जरूरी है। वे आज यहाँ निवास पर सहकारिता विभाग की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह भी बैठक में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने खाद-बीज प्रदाय की पुख्ता व्यवस्था के लिए तैयारियाँ रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कृषि उत्पादों के बेहतर दाम दिलाने के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि किसानों के उत्पादों की प्रभावी मार्केटिंग के लिये 'एग्री-व्यापार' ऑनलाइन व्यवस्था जल्दी ही शुरू होने जा रही है। इसके लिये किसानों का ऑनलाइन पंजीयन जारी है। इससे 200 से ज्यादा मार्केटिंग सोसायटीज से जुड़े 12 हजार से ज्यादा किसानों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने किसान समृद्धि केन्द्रों के माध्यम से उन्नत तरीके से ब्राण्ड रिटेल खाद-बीज इत्यादि तैयार करने और विपणन सहकारी सोसायटीज को फ्रेंचाइजी से जोड़ने की पहल की सराहना की। इससे सोसायटीज का व्यापार संवर्धन होगा।
मुख्यमंत्री नाथ ने कृषि उत्पादों के उपार्जन में सहकारी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उल्लेखनीय है कि पिछले साल सोसायटीज के माध्यम से 24.76 लाख किसानों से 120.36 लाख मीट्रिक टन कृषि उत्पादों का उपार्जन हुआ।
बैठक में मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष अशोक सिंह, प्रमुख सचिव सहकारिता तथा किसान कल्याण एवं कृषि विकास अजीत केसरी, प्रबंध संचालक राज्य सहकारी विपणन संघ मती स्वाति मीणा नायक, प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक प्रदीप नीखरा एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।