मेरठ
खालिस्तानी आतंकियों को हथियार मुहैया कराने वाले दो सप्लायरों को उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने शनिवार को शामली से गिरफ्तार कर लिया। यह दोनों आरोपी 10 हैंडग्रेनेड, पिस्टल और कारतूस की खेप पंजाब पहुंचाने वाले थे। एटीएस नोएडा के डीएसपी अतुल यादव के नेतृत्व में मेरठ टीम ने शामली में गुरुद्वारा तिराहे के पास से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए हथियार सप्लायर राज सिंह और आसिफ निवासी गांव जलालपुर, थाना बाबरी (शामली) हैं। इनसे दो पिस्टल, छह कारतूस और एक मोबाइल बरामद हुआ है।
एटीएस ने इस संबंध में शामली के थाना आदर्श मंडी पर दो मुकदमे दर्ज कराए हैं। एटीएस अधिकारियों ने बताया कि अभियुक्त राज सिंह पंजाब के मोहाली की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल से वांटेड है। पंजाब में गिरफ्तार खालिस्तान समर्थक लखवीर सिंह ने पूछताछ में इन दोनों हथियार सप्लायरों के नाम बताए थे। उसके बाद से ही एटीएस इनकी गिरफ्तारी में जुटी हुई थी। दावा है कि अभियुक्त राज सिंह पैसा लेकर लखवीर सिंह को 10 हैंडग्रेनेड और पिस्टल-कारतूस सप्लाई करने वाला था। एटीएस अब यह पता लगा रही है कि राज सिंह गोला-बारूद कहां से प्राप्त करता था और यहां उनके नेटवर्क में कौन-कौन जुड़े हैं।
पम्मा से अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हैं दोनों सप्लायर
शामली में पकड़े गए दोनों हथियार सप्लायर अप्रत्यक्ष रूप से खालिस्तानी आतंकी परमजीत पम्मा से जुड़े हुए थे। साल 2016 में पंजाब में हुई आठ हिन्दू-सिख नेताओं की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता परमजीत सिंह उर्फ पम्मा माना जाता है। ट्वेंटी-ट्वेंटी रेफरेंडम को चलाने वाला पम्मा ही है। इंग्लैंड में उसे राजनीतिक शरण मिली हुई है। पंजाब में भी उसके खिलाफ तीन वारंट जारी हैं। पंजाब व राजस्थान की एटीएस टीम 2016 में पुर्तगाल जाकर उसे लाने का प्रयास कर चुकी है। कोशिश नाकाम रहने पर अब उसके भारत में प्रत्यर्पण का प्रयास चल रहा है। 2009 में पम्मा ने आईएसआई से संपर्क कर पंजाब में आतंकी घटना के लिए बॉर्डर पार से 9 किलो आरडीएक्स, 8 पिस्टल, 400 कारतूस व डेटोनेटर का जखीरा भारत भिजवाया था।