पटना
पंडारक (Pandarak) के भोला सिंह और उसके भाई मुकेश ( Bhola Singh And Mukaesh) की हत्या की सुपारी देने के मामले में वायरल ऑडियो (Viral Audio) की आवाज मिलान के बाद बाहुबली विधायक अनंत सिंह (MLA Anant Singh) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. विधायक के समर्थकों ने एफएसएल रिपोर्ट (FSL Report) पर सवाल उठाते हुए इसे साजिश (Conspiracy) करार दिया है.
विधायक के प्रतिनिधि बिंदू सिंह ने एफएएसल रिपोर्ट पर पटना में विधायक आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि उन्हें जानकारी मिली थी कि वायरल ऑडियो और विधायक की आवाज के सैंपल जांच के लिए एफएसएल हैदराबाद भेजे गए हैं, जबकि कोर्ट में पेश रिपोर्ट पटना की है. यह सब कुछ लोगों के इशारे पर किया जा रहा है.
उन्होंने पिछले दिनों सरेंडर करने वाले लल्लू मुखिया का स्वीकारोक्ति वाले बयान को झूठा करार दिया और कहा कि जबरन लल्लू मुखिया से सादे कागज पर दस्तखत कराया गया था. विधायक के प्रतिनिधि ने एके 47 मामले में बिहार पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि विवेका पहलवान के घर से एके 47 की तस्वीरें वायरल हुई थीं, लेकिन अब तक विवेका पहलवान पर केस दर्ज क्यों नहीं किया गया.
बता दें कि पंडारक के भोला सिंह और उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या की साजिश रचने के मामले में वायरल ऑडियो से मोकामा के विधायक अनंत सिंह की आवाज के 23 शब्द मैच कर गए हैं. एफएसएल प्रभारी निदेशक अशोक कुमार दाव और सहायक निदेशक उमेश कुमार सिंह ने वॉयस सैंपल की जांच की थी. यह सैंपल बीते एक अगस्त को रिकॉर्ड किया गया था.
इसमें कहा गया है कि आठ क्लिप के जांच के बाद 23 शब्द मैच कर गए हैं. जो शब्द मैच हुए हैं उनमें- सांझ के, कुल के मंगा, होशियार, अपने कर, गोतिया, कईले रहा, गाली, घोड़ा जे, गोली भी, एकदम बरियार, सिक्सर, बरलवा, बुतरुआ, सौ परसेंट, मोबाइलवा, एक्टिव, मुखिया, छप्पन, फायदा, बिहने, भेजवा, सिस्टमा, आदमिया शामिल हैं.
विधायक अनंत सिंह की आवाज मैच करने के बाद मामले के अनुसंधानकर्ता ने एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर वरीय पुलिस पदाधिकारियों से निर्देश मांगा है. संभावना है कि अगले दो-तीन दिन में विधायक को बेउर जेल से ले जाकर बाढ़ कोर्ट में पेश किया जाए. इसके बाद उन्हें रिमांड पर लेने की कार्रवाई हो सकती है.