इंदौर
राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले पर पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये संतुलित फैसला (Balanced verdict) है. जैसे एक मां को उसके बेटे का अधिकार मिलने पर आनंद मिलता है वैसा आनंद मुझे मिल रहा है. सभी को शांत भाव से इसे स्वीकार करना चाहिए. वहीं सांसद शंकर लालवानी (Shankar Lalwani) ने कहा सभी धर्मों के लोगों ने इस फैसले को स्वीकार किया है. उधर संत समाज ने भी सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया है.
पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि, 'सुप्रीम कोर्ट का आज जो निर्णय आया है उस निर्णय से मेरा मातृत्व हृदय आनंद से प्रफुल्लित है क्योंकि कोर्ट ने रामलला का अधिकार मान लिया है. सुप्रीम कोर्ट का संतुलित निर्णय है. दूसरे पक्ष को कोर्ट ने जो जमीन देने की बात कही है वो भी पूरी तरह से सही है, उन्हें भी जमीन देनी ही चाहिए और लोगों को शांतभाव से अपने घर में एक नंदा दीप जलाकर आनंद लेना चाहिए.'
इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इस मामले पर पार्टी अपना अधिकृत पक्ष रखेगी, लेकिन जहां तक इंदौर की बात है फैसला आने से पहले की सभी धर्मों के लोगों से बातचीत हुई थी. उन्होंने पहले ही कह दिया था कि फैसला जो भी आए हमें सर्वमान्य रहेगा. यहां सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने राजबाड़ा पर संकल्प लिया था कि फैसला जो भी आए हम सब मिलजुलकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि लोगों ने कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर लिया है.
कम्प्यूटर बाबा ने भी अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संत समाज में खुशी की लहर है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष फैसले से सहमत हैं.