बेंगलुरु
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कनार्टक प्रीमियर लीग (केपीएल) में हुए करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार घोटाले में बेंगलुरु पुलिस को अपना समर्थन देने का वादा किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। केंद्रीय अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त कुलदीप जैन ने आईएएनएस से कहा, “आईसीसी ने केपीएल सट्टेबाजी मामले में बेंगलुरु पुलिस से संपर्क किया है। हम एक दूसरे की मदद करने को तैयार हैं।”
आईसीसी के अलावा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी बेंगलुरु पुलिस से इस मामले में संपर्क किया है। जैन ने बताया, “बीसीसीआई ने भी अपना समर्थन देने की बात है। वह भी हमसे जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और केपीएल सट्टेबाजी को लेकर एक समान हैं।”
जैन ने बताया कि बीसीसीआई के अधिकारियों ने बेंगलुरु पुलिस से एक अनऔपचारिक बैठक की। बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई ने बेंगलुरु पुलिस को साथ देने की बात कहते हुए पत्र लिखा है।
बता दें कि कर्नाटक प्रीमियर लीग में पैसे लेकर सट्टेबाजी के आरोप में फंसे दो खिलाड़ियों गौतम और उनके साथी काजी को गिरफ्तार भी किया गया था। केपीएल की टीम बेंगलुरु ब्लास्टर्स के बल्लेबाज निशांत सिंह शेखावत को भी बुकी के साथ संबंध रखने और टीम के गेंदबाजी कोच एन.विनु प्रसाद से खिलाड़ियों को फिक्स करने के संबंध बात करने को लेकर गिरफ्तार किया गया था।
गौतम और काजी पर केपीएल के इस सीजन के खिताबी मुकाबले में स्लो बैटिंग के लिए 20 लाख रुपये लेने का आरोप लगा है। केपीएल 2019 के फाइनल मैच में हुबली और बेल्लारी टीम के बीच स्पॉट फिक्सिंग हुई थी। विश्वनाथन पर भी धीमी बल्लेबाजी के लिए पांच लाख रुपये लेने का आरोप लगा है। विश्वनाथन को एक मैच में 20 गेंदों पर 10 रन से भी कम स्कोर करने के लिए कहा गया था।