दिल्ली
चांदनी चौक सीट पर मुख्य मुकाबला दो पलटू उम्मीदवारों के बीच होने की उम्मीद थी। माना जा रहा था कि कांग्रेस की अलका लांबा और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रहलाद सिंह साहनी के बीच कांटे की टक्कर होगी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। हाई प्रोफाइल कैंडिडेट अलका लांबा बुरी तरह हार गई हैं। अरविंद केजरीवाल के सिपहसालार बने प्रहलाद साहनी वोट प्रतिशत के लिहाज से सबसे बड़ी जीत दर्ज की है।
चांदनी चौक विधानसभा सीट पर विजेता रहे प्रहलाद सिंह साहनी को 50845 वोट मिले हैं। दूसरे नंबर पर रहे सुमन कुमार गुप्ता को 21260 वोट मिले हैं। वहीं तीसरे नंबर पर रहीं अलका लांबा को महज 3876 वोट मिले हैं।
प्रहलाद सिंह साहनी की गिनती चांदनी चौक के धाकड़ नेताओं में होती है। वो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के करीबी रहे और चार बार विधायक रहे हैं. इस बार भी उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी की अलका लांबा कांग्रेस में शामिल हुईं और उन्हें उम्मीदवार बना दिया गया.
कांग्रेस आलाकमान से नाराज होकर प्रहलाद साहनी ने चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल का दामन थाम लिया। पिछले चुनाव में अलका लांबा ने ही उन्हें हराया था। तब वो आप की उम्मीदवार थीं। इस बार भी जीत की तरफ तो आप ही बढ़ रही है लेकिन उम्मीदवा बदल गए।