बेंगलुरु
कर्नाटक ने विजय हजारे ट्रोफी के फाइनल में तमिलनाडु को 60 रनों से हराते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। वर्षा बाधित मैच का रिजल्ट वीजेडी मेथड से निकाला गया। कर्नाटक ने अभिमन्यु मिथुन की हैटट्रिक की बदौलत तमिलनाडु को 49.5 ओवर में 252 रनों पर रोक लिया था। जवाब में 23 ओवर में एक विकेट पर 146 रन बनाए लिए थे। तभी बारिश आ गई और मैच आगे नहीं हो सका। यह कर्नाटक का चौथा खिताब है। यह मैच बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया।
मिथुन-कौशिक ने दिए शुरुआती झटके
इससे पहले टॉस जीतकर कर्नाटक ने तमिलनाडु को पहले बैटिंग का न्योता दिया। दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली तमिलनाडु की शुरुआत खराब रही। उसके दो विकेट ओपनर मुरली विजय (0) और आर. अश्विन (8) का विकेट महज 24 रनों के स्कोर पर गिर गया। विजय को मिथुन ने आउट किया तो अश्विन को कौशिक ने पविलियन की राह दिखाई। इसके बाद बाबा अपराजित (66) और अभिनव मुकुंद (85) अच्छी बैटिंग की और टीम को संभाल लिया।
संभलने के बाद यूं गिरे विकेट
यह जोड़ी खतरनाक होती दिख रही थी कि तभी 148 के टीम स्कोर पर प्रतीक जैन ने मुकुंद को मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट कराकर तीसरा झटका दे दिया। इसके बाद बाबा अपराजित तेजी से रन चुराने के चक्कर में रन आउट हो गए। मुकुंद ने 110 गेंदों में 9 चौके लगाए, जबकि बाबा ने 84 गेंदों का सामना किया और 7 चौके लगाते हुए 66 रन की पारी खेली। विजय शंकर ने 35 गेंदों में 38 रन और शाहरुख खान ने 23 गेंदों में 27 रन बनाए। उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज अधिक देर टिक नहीं सका। कप्तान दिनेश कार्तिक 18 गेंदों में 11 रन बना सके।
मिथुन की हैटट्रिक
पारी का आखिरी ओवर करने आए अभिमन्यु मिथुन ने तीसरी गेंद पर शाहरुख खान को आउट करते हुए पहला विकेट झटका, जबकि चौथी गेंद पर एम. मोहम्मद (10) को चलता किया। इसके बाद 5वीं गेंद पर मुरुगन अश्विन (0) को पविलियन की राह दिखाते हुए हैटट्रिक पूरी की। यह पारी का 10वां विकेट भी रहा।
मयंक-राहुल की फिफ्टी
253 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक टीम को केएल राहुल और देवदत्त ने तेज शुरुआत दी। हालांकि, देवदत्त 11 के स्कोर पर वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद राहुल और मयंक अग्रवाल ने हाफ सेंचुरी लगाते हुए टीम को 23 ओवर में 146 रनों तक पहुंचा दिया। इसी स्कोर पर बारिश शुरू हो गई और मैच फिर शुरू नहीं हो सका। वीजेडी मेथड के अनुसार कर्नाटक को जीत के लिए 23 ओवर में 1 विकेट पर 86 रन बनाने थे, जबकि उसके पास 146 रन थे। इस तरह उसे 60 रनों से विजेता घोषित किया गया। राहुल 72 गेंदों में 5 चौके की मदद से 52 रन और मयंक अग्रवाल 55 गेंदों में 7 चौके और 3 छक्के की मदद से 69 रन बनाकर नाबाद रहे।