अभयानंद ने अपने ही संचालन में चलने वाली कोचिंग ‘अभयानंद सुपर 30’ से अपना नाम हटा लिया

पटना
बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने अपने ही संचालन में चलने वाली कोचिंग 'अभयानंद सुपर 30' से नाता तोड़ लिया है। 'अभयानंद सुपर 30' के ट्रस्टी अमरेंद्र धारी सिंह उर्फ एडी सिंह को राष्ट्रीय जनता दल से राज्यसभा का टिकट मिलने के बाद अभयानंद ने यह कदम उठाया है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि 'अभयानंद सुपर 30' के कर्ताधर्ता एक राजनीतिक दल से जुड़ गए हैं इसलिए मैं अब अपना नाम हटा रहा हूं।
बिहार में आरजेडी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अमरेंद्र धारी सिंह और प्रेम चंद गुप्ता को टिकट दिया है। भूमिहार समाज से आने वाले अमरेंद्र धारी सिंह को टिकट देकर तेजस्वी यादव ने बड़ा दांव खेला है। मूलरूप से कारोबारी अमरेंद्र सिंह धारी 'अभयानंद सुपर 30' के कर्ताधर्ता और फाइनैंसर हैं। उन्हें आरजेडी का टिकट मिलते ही अभयानंद ने 'अभयानंद सुपर 30' से अपना नाम अलग करने की घोषणा की है।

अभयानंद ने लिखा- मेरे नाम का राजनीतिक लाभ ना ले सके कोई
अपने फेसबुक पोस्ट मे अभयानंद लिखते हैं, 'मैं मूलतः एक शिक्षक हूं और अपने जीवन काल में जब कभी भी किसी ने मेरी सेवा लेनी चाहिए, मैंने कभी ना नहीं की लेकिन इस शर्त के साथ कि सहयोगी कहीं से भी मेरे नाम का कोई राजनीतिक उपयोग नहीं कर सकें। अभयानंद सुपर 30 के कर्ताधर्ता अब एक राजनीतिक दल के साथ परोक्ष रूप से जुड़ गए हैं फिर इस स्थिति में चल रहे अभयानंद सुपर 30 के नाम से खुद का नाम हटा रहा हूं।'

इससे पहले पिछल हफ्ते ही अभयानंदर ने 'ब्रह्मजन सुपर 100' नाम से कोचिंग लॉन्च की थी। ब्रह्मजन विद्यापीठ की ओर शुरू की जा रही इस कोचिंग में भूमिहार और ब्राह्मणों के गरीब बच्चों को फ्री में आईआईटी एंट्रेस की तैयारी कराई जाएगी। कोचिंग में ऐडमिशन के लिए 29 मार्च को बिहार के कई सेंटर्स पर प्रवेश परीक्षा भी होगी।

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment