दुबई
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबूधाबी में पहले हिंदू मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव को पार कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यहां इसकी नींव को पहली बार कंकरीट से भरने का काम पूरा कर लिया गया। मंदिर निर्माण में इको-फ्रेंडली तरीके पर जोर दिया जा रहा है। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 2018 में दुबई के दौरे पर वहां के ओपेरा हाउस से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर की आधारशिला रखी थी। निर्माण स्थल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे जहां समारोह की शुरुआत प्रार्थनाओं के साथ हुई और इसके बाद मंदिर की नींव में फ्लाई ऐश कंकरीट भरने का काम पूरा हुआ। मंदिर की नींव में एक ही बार में 3,000 घन मीटर कंकरीट का मिश्रण भरा गया जो 55 प्रतिशत फ्लाई ऐश से बना हुआ था।
इस दौरान यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर और दुबई में भारत के कॉन्सुलर जनरल विपुल, सामुदायिक विकास प्राधिकरण के सीईओ उमर अल मुथन्ना और शापूरजी पलोंजी के सीईओ मोहनदास सैनी की मौजूद थे। समारोह के दौरान पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामी ने कहा, 'आज हमने मंदिर की अनोखी नींव भरने का कार्य शुरू किया जिसका निर्माण पुरानी तकनीक के साथ आधुनिक उपकरणों से किया गया है।' उन्होंने कहा, 'यह ईश्वर की कृपा, समुदाय के पूर्ण समर्थन और यहां मौजूद हर व्यक्ति के प्रेम के बिना संभव नहीं था।' राजदूत कपूर ने कहा, 'मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि मुझे इसका श्रेय मेरे पूर्ववर्ती को देना होगा जिन्होंने इस पहल का समर्थन किया और यूएई की सरकार को इस बड़े व उदार फैसले को लेने के लिए मनाया जिसने न सिर्फ जमीन दान में दी बल्कि मंदिर के लिए पहला लाइसेंस भी दिया।' उल्लेखनीय है कि इस मंदिर का निर्माण कार्य इसी साल पूरा होगा। इसके कुछ महत्वपूर्ण हिस्से को इसी साल श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा, लेकिन बाकी सभी हिस्सों पर लोगों की एंट्री 2022 तक ही हो पाएगी।