भोपाल
कोरोना के बढ़ते खौफ के चलते बाजार में फेस मास्क की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं कुछ क्षेत्रों में अब फेस मास्क की उपलब्धता में भी दिक्कत आ रही है. प्रदेश के बड़े शहरों जैसे भोपाल (Bhopal), इंदौर (Indore), जबलपुर और ग्वालियर के मेडिकल स्टोर में इसकी कमी देखी जा रही है. मेडिकल स्टोर संचालक इसके लिए आपूर्ति में कमी का हवाला दे रहे हैं. लेकिन अब इसका भी हल निकलता दिख रहा है. जबलपुर की सेंट्रल जेल के कैदी लगातार इस समस्या को हल करने के लिए फेस मास्क का निर्माण करने में लगे हैं.
बताया जा रहा है कि कैदी जल्द ही 2 हजार से ज्यादा फेस मास्क बना लेंगे. जिसकी आपूर्ति स्वास्थ्य विभाग को की जाएगी. जेल विभाग के डीआईजी गोपाल ताम्रकर ने मीडिया को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 50 कैदियों का एक दल इसके लिए काम कर रहा है. इसके निर्माण के बाद 16 मार्च को इसकी आपूर्ति की जाएगी. इन कैदियों द्वारा बनाए गए एक मास्क की कीमत सिर्फ 7 रुपये है. उन्होंने बताया कि मास्क के निर्माण में उपयोग होने वाला सूती कपड़ा भी जेल में स्थापित पावरलूम में बनाया जाता है.
ताम्रकर ने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मास्क की आपूर्ति के लिए हमसे संपर्क किया है. इसके बाद मास्क के कुछ नमूने परीक्षण के लिए उन्हें उपलब्ध कराए. अधिकारियों ने इन मास्क के नमूनों का परीक्षण कर लिया है तथा उन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के अनुरुप पाया है. अधिकारियों की स्वीकृति के बाद मास्क का निर्माण शुरु किया गया जबकि 1000 मास्क पहले से ही तैयार थे.
विश्व स्वास्थ्य़ संगठन ने कोरोना को महामारी घोषित किया है. इससे पहले मध्य प्रदेश में जिन 700 बाहर के लोगों ने प्रवेश किया, उनकी जांच की जा रही है. इसके लिए सीएमएचओ को पूरी शक्तियां दी गई है. बता दें, इससे पहले केरल, उड़ीसा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की विधानसभा में कार्यवाही स्थगित हुई है. वहीं, प्रदेश सरकार ने इसके लिए नया आदेश जारी किया है. एमपी में 20 लोगों से ज्यादा एक स्थान पर जमा नहीं हो सकते हैं.