मुंबई
सिंगर अदनान सामी को जब से पद्मश्री मिलने की घोषणा हुई है, इस पर सियासत चरम पर पहुंच गई है. अभी तक तो इस घोषणा का विरोध राजनीतिक गलियारों में ही दिखाई दे जा रहा था लेकिन अब तो बॉलीवुड ने भी इस विवाद में अपनी दस्तक दे दी है. एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने सरकार के इस फैसले की निंदा की है. स्वरा भास्कर ने अदनान सामी को मिले पद्मश्री अवॉर्ड के बारे में इंदौर में एक रैली को संबोधित करते हुए स्वरा ने कहा "इस देश में शरणार्थियों को नागरिकता देने का और घुसपैठिए ढूंढ़ने का प्रावधान पहले से मौजूद है. आपने इसी प्रक्रिया के तहत सामी को भारतीय नागरिकता दे दी और अब उन्हें पद्मश्री के लिये भी चुन लिया."
हमे गालियां दो चप्पल मारो-स्वरा
स्वरा भास्कर यही नहीं रुकी उन्होंने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला. उनके मुताबिक इस सरकार ने नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के साथ क्रूरता की और एक पाकिस्तानी को पद्मश्री दे दिया. उन्होंने कहा, ' आप हमें गालिया दो, लाठियां चलाओ, हम पर आंसू गैंस के गोले भी दागो और एक पाकिस्तानी को पद्मश्री दे दो' स्वरा का गुस्सा यही शांत नहीं हुआ. उन्हे इस बात का भी बुरा लगा कि उन्हें और उनके जैसे न जाने कितने लोगों को इस सरकार ने टुकड़े-टुकड़े गैंग का हिस्सा बता दिया है.
पाकिस्तान से हुआ एकतरफा प्यार-स्वरा
उन्होंने सरकार पर कई संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि माने तो मोदी सरकार को पाकिस्तान से एकतरफा प्यार हो गया है. स्वरा कहती हैं ' इस सरकार के दिमाग में घुसपैठिये घुस गए हैं. सरकार को हर कोई पाकिस्तानी लग रहा है'
स्वरा भास्कर के तीखे तेवर यही नरम नहीं पड़े. उन्होंने कभी सरकार पर जोरदार वार किया तो कभी उनका मजाक बनाया. रैली में वो बोली कि जितनी बार उनकी नानी हनुमान चालीसा नहीं पढ़ती, उससे ज्यादा बार ये सरकार पाकिस्तान का नाम लेती है.
कैलाश विजयवर्गीय पर साधा निशाना
स्वरा भास्कर ने रैली को संबोधित करते वक्त बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय को भी नहीं बख्शा. उन्होंने कहा कि अगर पोहा बांग्लादेशी खाना है तो इस नाते तो इंदौर में कई लोग रोज पोहा खाते हैं. इसलिए उन लोगों को अपनी नागरिकता के सबूत देने चाहिए. याद दिला दें, कैलाश विजयवर्गीय ने विवादित बयान देते हुए कह दिया था कि वो पोहा खाने के तरीके से बता सकते हैं कि कौन बांग्लादेशी है और कौन हिंदुस्तानी.
वैसे स्वरा भास्कर की आज कल फिल्में सुर्खियों में नहीं रहती लेकिन लगातार उनकी तरफ से आ रहे राजनीतिक बयान अटकलों के बाजार को जरूर गर्म रखते हैं. स्वरा के अलावा फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप और सिंगर विशाल ददलानी ने भी नागरिकता कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है.