भोपाल
आलमी तब्लीगी इज्तिमा के लिए नई जगह की तलाश और अगले साल इसके अचारपुरा शिफ्ट होने की कहानियों के बीच शनिवार को इस कवायद पर पूर्णविराम लगता नजर आया। दिल्ली मरकज से आए हजरत मौलान साअद साहब कांधालवी से मुलाकात के बाद दिग्विजय सिंह ने इस बात का ऐलान कर दिया है।
आलमी इज्तिमा के दूसरे दिन शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दिल्ली सहित देश-विदेशों से आए उलेमाओं से मुलाकात करने के लिए इज्तिमागाह पहुंचे। उनके साथ गृहमंत्री बाला बच्चन, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील भी थे। इस मुलाकात के दौरान सभी मंत्रियों ने उलेमाओं से दुआएं लीं और प्रदेश की खुशहाली के लिए दुआएं करने की गुजारिश की। मुलाकात के बाद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से रू-ब-रू होकर कहा कि हजरत जी की ख्वाहिश है कि इज्तिमा ईंटखेड़ी स्थित इज्तिमागाह पर ही बदस्तूर जारी रहे। उन्होंने कहा कि हजरत जी की यह ख्वाहिश मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने रखकर इस जगह को स्थाई इज्तिमागाह के रूप में तब्दील करने के लिए अनुरोध किया जाएगा।
उन्होंने इस बात की खुशी जाहिर की कि बरसों बाद इस धार्मिक समागम में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने के लिए सरकार अपने आपको गौरांवित महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि यह भोपाल वासियों और देश के बाशिंदों की खुशकिस्मती है कि उनके हिस्से में दुनियाभर के जमातियों की खिदमत करने का मौका आया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों राजस्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह के इज्तिागाह के निरीक्षण के दौरान इस बात पर विचार शुरू हुआ था कि आने वाले जमातियों की बढ़ती हुई तादाद के लिहाज से ईंटखेड़ी की बजाए इज्तिमा को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाए। इस बात पर तत्काल स्वीकृति होकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने अचारपुरा में करीब 150 एकड़ जमीन का मुआयना कर यहां इज्तिमा स्थानांतरित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया था।