लंदन
अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के करीब सहयोगी एवं पाकिस्तानी नागरिक जबीर मोतीवाला के अमेरिका प्रत्यर्पण मामले से जुड़ी याचिका को लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने गुरुवार (6 फरवरी) को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही मोतीवाला के अमेरिका को प्रत्यर्पित किए जाने का मामला साफ हो गया है।
मोतीवाला मादक पदार्थों की तस्करी और करीब 14 लाख डॉलर के धन शोधन को लेकर अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के मुकदमे का सामना कर रहा है। अमेरिकी प्रत्यर्पण अनुरोध में यह भी कहा गया है कि वह सीधे दाऊद को रिपोर्ट करता था, जो एक घोषित आतंकवादी है और 1993 के सिलसिलेवार मुंबई विस्फोटों के लिए वांछित है।
अमेरिकी कानून के तहत आतंकवाद का आरोप साबित होने पर मोती को उम्र कैद की सजा तक मिल सकती है और उसे पैरोल भी नहीं मिलेगा। प्रत्यर्पण के लिए अदालत में पढ़ कर सुनाए गए अमेरिकी अटार्नी के हलफनामे में कहा गया था, ''मौजूदा जांच से यह खुलासा होता है कि जबीर मोतीवाला डी (दाऊद) कंपनी में एक शीर्ष लेफ्टिनेंट है जो सीधे दाऊद को रिपोर्ट करता है।"