पोचेस्ट्रूम (साउथ अफ्रीका)
अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में टूर्नमेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम भारत का सामना आज (रविवार) बांग्लादेश से है। भारत लगातार दूसरी और कुल पांचवीं बार खिताब जीतने की फिराक में है तो वहीं बांग्लादेश टीम पहली बार इस टूर्नमेंट के फाइनल में पहुंची है।
बांग्लादेश टीम के फाइनल में पहुंचने से हर कोई हैरान रह गया है क्योंकि उसने फाइनल तक के सफर के दौरान क्वॉर्टर फाइनल में साउथ अफ्रीका और सेमीफाइनल में न्यू जीलैंड जैसी सशक्त कही जाने वाली टीमों को धूल चटा दी।
भारत के लिए 19 साल के सुशांत मिश्रा एक्स फैक्टर कहे जा रहे हैं। लेफ्ट आर्म फास्ट बोलर सुशांत ने इस टूर्नमेंट के 4 मैचों में 5 विकेट झटके हैं। उन्होंने सेमीफाइनल मैच में अपनी प्रतिभा की सही मायनों में झलक दिखलाई और शॉर्ट पिच और बाउंसर गेंदों से पाकिस्तानी बल्लेबाजों का क्रीज पर टिकना मुश्किल किया। यही वजह थी कि पाकिस्तान को भारतीय टीम सस्ते में समेटने में सफल रही।
बांग्लादेश के लिए एक्स फैक्टर तौहिद ह्रदॉय माने जा रहे हैं। 19 साल के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने इस टूर्नमेंट के 5 मैचों में 114 रन बनाए। उन्होंने बड़े मैचों में कमाल दिखाया और क्वॉर्टर फाइनल में साउथ अफ्रीका और सेमीफाइनल में न्यू जीलैंड के खिलाफ क्रमश: 51 और 40 रन की अहम पारियां खेलीं। दबाव वाली परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन उनकी खूबी है।
कप्तान अकबर अली की कप्तानी में खेल रही बांग्लादेश टीम के पास फाइनल मुकाबले में खोने के लिए कुछ नहीं है लेकिन उनके खिलाड़ी यह जरूर जानते हैं कि आज जीते तो इतिहास रच देंगे। वैसे इतिहास गवाह है कि भारत कभी लगातार 2 बार अंडर 19 वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीत पाया।
भारत और बांग्लादेश की अंडर-19 टीमों के बीच 5 बार 3 या उससे अधिक देशों के वनडे टूर्नमेंट के फाइनल मुकाबले खेले गए और भारत ने सभी में जीत दर्ज की।