इंटक कार्यालय के बुद्ध सभागार में दिवाली मिलन
Unions won the elections by showing dreams to the employees, but resolution of the issues remained a dream: भोपाल. पिपलानी स्थित इंटक कार्यालय के बुद्ध सभागार में गुरुवार को दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माता लक्ष्मी, भगवान गणेश व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर की गई। इस मौके पर भेल भोपाल के सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे और सभी ने एक दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दी।
प्रकाश का त्योहार है दीपावली का पर्व
हेम्टू इंटक अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी ने इंटक यूनियन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दीपावली का पर्व प्रकाश का त्योहार है। भेल के समस्त कर्मचारियों का जीवन प्रकाशमय और सुखमय हो। त्रिपाठी ने कहा आज भेल कारखाने को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 1 लाख करोड़ से अधिक के ऑर्डर होने के बावजूद भेल दूसरी तिमाही में घाटे में है।
कारखाना को ऊपर उठाने समय पर डिलिवरी और मटेरियल जरूरी
कारखाना को ऊपर उठाने के लिए समय पर डिलिवरी और मटेरियल की उपलब्धता अतिआवश्यक है। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव हुए थे। इस मौके पर त्रिपाठी ने यूनियनों को लेकर कहा कर्मचारियों को सपने दिखाकर चुनाव तो जीत लिया, पर उनके ज्वलंत मुद्दों का निराकरण सपना ही रह गया।
कर्मचारियों को प्रतिमाह हो रहा हजारों रुपए का नुकसान
त्रिपाठी ने कहा कि आज कर्मचारियों को प्रतिमाह हजारों रुपए का नुकसान हो रहा है। टाउनशिप में चारो ओर अतिक्रमण फैला हुआ है। जो जमीन भेल कर्मियों को मिलनी चाहिए, उसमें रसूखदारों द्वारा इंक्रोचमेंट किया जा रहा है। जहां प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख बोनस दिया जाता था, वहां वर्तमान में कर्मचारी अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।
प्रतिनिधि यूनियन नूराकुश्ती करने में व्यस्त हैं
प्रतिनिधि यूनियन आपस में नूराकुश्ती करने में व्यस्त हैं अपने शुभ लाभ के चक्कर में कर्मचारियों को भगवान भरोसे रहना पड़ रहा है। स्टाफ कैंटीन बंद है। आज तक किसी भी कमेटी की ढंग से बैठक नहीं हो पा रही है, जिससे कर्मचारियों की समस्याओं का अम्बार लगता जा रहा है। इससे कर्मचारियों का मनोबल टूटता जा रहा है। हेम्टू इंटक यूनियन कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए सदैव संघर्षरत है।
आयोजन में महामंत्री गौतम मोरे, कोषाध्यक्ष राजेश शुक्ला, यूथ इंटक अध्यक्ष मिथिलेश तिवारी, अजित गोंड, रामालिंगम, धर्मेन्द्र अवस्थी, सीआर नामदेव, इकबाल अहमद, सुशील सपकाल, सतेंद्र शर्मा, प्रदीप मालवीय, रणजीत चन्द्रावत, बुधमान सिन्हा, संतोष सिंह, नीरज विश्वकर्मा, संतोष कुमार, ललित रायचंदानी, रामजीत, रामभुवन, कृष्ण सोनी, अशोक हरियाल, सुरेश मेहरा, मेहबूब भाई, राजदीप सहित सैकड़ो की संख्या में भेल कर्मचारी मौजूद रहे।