शॉर्ट विडियो मेंकिग और शेयरिंग प्लैटफॉर्म TikTok पर एक नया फीचर इंट्रोड्यूस किया गया है, जिसकी मदद से पैरंट्स अपने बच्चों का अकाउंट कंट्रोल कर सकेंगे। सेफ्टी मोड नाम के इस फीचर के आने के बाद पैरंट्स कंट्रोल कर सकेंगे कि उनके बच्चों को टिकटॉक पर किस तरह का कंटेंट दिखाई देगा। यह मोड पैरंट्स के अकाउंट को उनके बच्चों के अकाउंट से लिंक कर देता है। इसके बाद यूजर की फीड में स्क्रीन मैनेजमेंट से जुड़ा प्रॉम्प्ट दिखाई देता है। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के हेड ऑफ ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी यूरोप कोरमैक कीनन ने कहा कि ऐप नए फीचर पर काम कर रहा है। इस फीचर के लिए प्लैटफॉर्म के कुछ सबसे पॉप्युलर यूजर्स के साथ मिलकर काम किया गया है और नए प्रॉम्प्ट को टेस्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हम अपनी कम्युनिटी को इस बारे में जानकारी देते रहना चाहते हैं कि वे प्लैटफॉर्म पर कितना वक्त बिता रहे हैं। साथ ही हम उन्हें बाहर वक्त गुजारने के लिए भी प्रेरित करना चाहते हैं।'
पैरंट्स को मिला कंट्रोल
ब्लॉग पोस्ट में नए फीचर की जानकारी देते हुए कीनन ने कहा, 'जब लोग टिकटॉक का इस्तेमाल करते हैं, हमें पता है कि उनका एक्सपीरियंस मजेदार, स्पष्ट और सुरक्षित होता है।' हम यूजर्स को प्लैटफॉर्म पर सुरक्षित एक्सपीरियंस देना चाहते हैं और इसके लिए लगातार नए फीचर्स भी लाए जा रहे हैं। हमने अब फैमिली सेफ्टी मोड अनाउंस किया है, जिसकी मदद से पैरंट्स या गार्जियन किशोरों और बच्चों का टिकटॉक कंट्रोल कर पाएंगे और उनपर नजर रख सकेंगे।
भारत में काफी पॉप्युलर
भारत में यह शॉर्ट विडियो मेकिंग ऐप तेजी से पॉप्युलर हुआ है। यह इसी बात से समझा जा सकता है कि भारतीय यूजर्स ने टिकटॉक पर साल 2018 के मुकाबले साल 2019 में 6 गुना ज्यादा समय बिताया। आंकड़ों की मानें तो 2019 में भारतीयों ने 5.5 अरब घंटे टिकटॉक चलाया है। मोबाइल और डेटा ऐनालिटिक्स फर्म App Annie के मुताबिक, ऐंडॉयड यूजर्स ने साल 2018 में कुल 900 मिलियन (9 करोड़) घंटे ही टिक-टॉक पर बिताए थे। ग्रोथ के मामले में ऐप फेसबुक से भी आगे निकल गया है।