अहमदाबाद
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए शुक्रवार को कहा कि राजनीति के क्षेत्र में वह 20-20 मैचों की तरह आक्रामकता के साथ खेलते हैं। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए अपनी सरकार के पिछले एक साल में लिए गए विभिन्न निर्णयों के बारे में बताया। रूपाणी ने कहा, ‘जब मैं मुख्यमंत्री बना था, तब मैंने कहा था कि मैं यहां 20-20 मैच खेलने आया हूं और आज मैं यह दोहराता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘यदि आपको 20-20 क्रिकेट खेलना है, तो आपको मिड-पिच (आक्रामकता से) पर खेलना होगा और आपको क्रीज की चिंता नहीं करनी चाहिए या रक्षात्मक नहीं खेलना चाहिए।’ रूपाणी ने कहा, ‘आज स्थिति यह है कि आपको शीघ्र फैसले करने पड़ते हैं। मैंने अपने कार्यकाल में तेजी से फैसले किए हैं।’
'हिंदुओं का एकमात्र देश है भारत'
इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नागरिकता संशोधन कानून को न्यायोचित ठहराते हुए मंगलवार को कहा था कि मुसलमान दुनिया के 150 इस्लामिक देशों में से किसी को भी चुन सकते हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए भारत ही एकमात्र देश है। साबरमती आश्रम के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने नए कानून का विरोध करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस विषय पर महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इच्छाओं का सम्मान नहीं कर रही।
'विभाजन के वक्त 22 फीसदी हिंदू थे'
रूपाणी ने कहा, ‘पाकिस्तान में विभाजन के समय (1947 में) 22 प्रतिशत हिंदू थे। अब प्रताड़ना, बलात्कार और उत्पीड़न की वजह से उनकी जनसंख्या घटकर केवल तीन प्रतिशत रह गई है इसलिए हिंदू भारत वापस आना चाहते हैं। हम वही काम कर रहे हैं, जो कांग्रेस को इन संकटग्रस्त हिंदुओं की मदद के लिए करना चाहिए था और अब हम इसे कर रहे हैं तो आप इसका विरोध कर रहे हैं।’