भोपाल
हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में बार बार एसआईटी को बदले जाने पर सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे है।वही मंत्रियों द्वारा अलग अलग वजह बताए जाने पर भी संदेह की स्थिति पनप रही है। ऐसे में कमलनाथ सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है।मंत्री शर्मा का कहना है कि हनीट्रैप मामले में SIT किसी को नहीं छोड़ेगी, इस बार SIT चीफ डीजी रैंक के अधिकारी हैं। वही उन्होंने सीबीआई पर निशाना साधते हुए कहा कि ये SIT है, CBI नहीं जो व्यापम में क्लीन चिट दे दे।
दरअसल, एमपी में बहुचर्चित हनी ट्रैप को लेकर वैसे ही सियासत गर्म है और अब जांच को लेकर दूसरी बार एसआईटी प्रमुख बदले जाने पर सियासी और प्रशासनिक हलकों में चर्चाएं सरगर्म हो चली है। विपक्ष द्वारा सरकार की मंशा पर सवाल उठाए जा रहे है।वही मंत्रियों के भी अलग अलग बयान आने से भ्रम की स्थिति बन रही है।परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि जांच से जुड़े वीडियो लीक होने का मामला मुख्यमंत्री कमलनाथ और डीजीपी के संज्ञान में आया जिसके बाद यह बदलाव किया गया। वही गृहमंत्री का कहना है कि परिपक्व व्यक्ति को कमान सौंपना थी, इसलिए बदलाव किया गया, जल्द दोषियों के नाम उजागर किए जाएंगें।ऐसे में आज पीसी शर्मा ने बयान देकर अलग कारण बता दिया है और सीबीआई की जांच पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि ये एसआईटी है सीबीआई नही जो व्यापमं मामले में क्लीन चिट दे दे। हनीट्रैप में किसी को भी नही छोड़ा जाएगा।
वही शर्मा ने पटवारियों की हड़ताल को लेकर कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी माफी मांग चुके है। पटवारी सरकार और आम लोगों की बीच की कड़ी है। दिग्विजय सिंह ने पटवारियों को लेकर क्या बयान दिया है उसके बारे में मुझे नहीं पता है। साथ ही रायसेन बस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि हदासे की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायगी।घायलों और मृतकों के परिजनो को कमलनाथ सरकार हर संभव मदद करेंगी।