गर्मी मेें भेल टाउनशिप के रहवासी पानी के लिए हो रहे परेशान
Repairs would have been done in 50 thousand, pipe theft due to negligence, now the contract was given in 28 lakhs : भेल. जिस पाइप लाइन की 50 हजार रुपए में मरम्मत कर भेल टाउनशिप और कारखाने में पानी की सप्लाई की जा सकती था उसके लिए भेल नगर प्रशासन के वाटर सप्लाई विभाग ने 28 लाख रुपए में नई पाइप लाइन डालने का ठेका दिया है। बता दें कि बड़े तालाब से भेल कारखाना और भेल टाउनशिप को पानी सप्लाई करने के लिए करीब 60 साल पहले दो पाइप लाइन डाली गई थी। करीब 6 महीने पहले एक पाइप लाइन में लीकेज हो गया था। भेल वाटर सप्लाई विभाग द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने से लीकेज बड़ा होता गया और आगे की पाइप लाइन सूख गई। इसके बाद भी विभाग ने ध्यान नहीं दिया और लापरवाही के चलते कुछ दिनों बाद वहां से पाइप चोरी हो गई।
बता दें कि पानी सप्लाई के लिए दो अलग-अलग पाइप लाइन बिछाई गई हैं। एक में गड़बड़ी आने पर या लीकेज होने पर दूसरे पाइप लाइन से पानी पानी की सप्लाई की जाती है। मौजूदा समम में एक ही पाइप लाइन से भेल कारखाना, टाउनशिप में पानी सप्लाई हो रहा है। इससे गर्मी के दिनों में भेल टाउनशिप के क्वार्टरों में रहने वाले कर्मचारियों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
पानी की पाइप लाइन में हुआ था लीकेज
भेल सूत्रों की माने तो पानी सप्लाई करने वाली पाइप लाइन में लीकेज हुआ था। पहले भी कई बार लीकेज होते रहे हैं, जिसकी मरम्मत के लिए भेल नगर प्रशासन और वाटर सप्लाई विभाग द्वारा टेंडर जारी कर मरम्मत कराया जाता था। इसमें एक वर्ष के लिए करीब दो लाख रुपए का टेंडर होता था। इमरजेंसी में विभाग द्वारा 50 हजार रुपए में इस काम को कराया जा सकता था। भेल सूत्रों की माने तो 10 से 19 नवंबर के बीच 450 एमएम व्यास की पाइपलाइन में 500 फीट लंबे पाइप की चोरी हो गई थी। जिसकी संख्या 20-25 थी। मजे की बात यह है कि भेल वाटर सप्लाई विभाग के मैनेजर अमिया पुष्प ने ही खुद पानी की पाइप लाइन चोरी होने की थाने में एफआईआर कराई थी, लेकिन जब पत्रिका ने इस संबंध में मैनेजर अमिया पुष्प से इस संबध में जानकारी चाही तो उनका कहना था कि हम इसके लिए अधिकृत नहीं हैं।
नई पाइप लाइन डालने का काम
सूत्रों की माने तो भेल नगर प्रशासन का वाटर सप्लाई विभाग जिस पाइप लाइन को 50 हजार रुपए में मरम्मत करवा सकता था उसके लिए विभाग ने नई पाइप लाइन डालने के लिए 28 लाख रुपए का टेंडर दिया है।
कैसे चोरी हो गया दो क्विंटल वजनी पाइप
सवाल यह उठता है कि यहां लगाया गया लोहे का पाइप 170 से 200 किलो तक वजनी था। जिस पाइप को जेसीबी के माध्यम से उठाकर एक जगह से दूसरी जगह पर रखा जाता है, वह कैसे चोरी हो गया, यह जांच का विषय है।
कबाड़ में भी लाखों रुपए है कीमत
चोरी गए पाइप की कबाड़ के भाव भी लाखों रुपए कीमत है। कबाड़ में भी करीब 30 रुपए किलो के लोहा बिक रहा है। यदि एक पाइप दो क्विंटल की हुई तो उसकी कीमत 6000 होती है। ऐसे में 20 पाइप लाखों की होती है।
पाइप लाइन में लीकेज हो गया था, जो करीब 60 साल पुरानी थी। इसके बाद वहां से पाइप चोरी हो गई। पानी सप्लाई के लिए नई पाइप बिछाई जा रही है, जिसके लिए 28 लाख रुपए का टेंडर दिया गया है। साथ ही व्यवस्था की गई है कि यह पूर्णत: सुरक्षित रहे। इस पाइप लाइन को तोडऩा संभव नहीं होगा।
विनोदानंद झा, प्रवक्ता भेल