छत्तीसगढ़

PM आवास योजना में गड़बड़ी, राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों का हक मारे जाने का आरोप

सरगुजा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा 20 नवंबर 2016 को आगरा से प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ किया गया था. इसके पीछे ग्रामीण क्षेत्रों में घर विहीन लोगों को गुणवत्तायुक्त आवास बना कर दिया जाना था, लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Sarguja) जिले के उदयपुर विकासखंड आने वाले दूरस्थ वनांचल में बसे केसमा पंचायत में आवास की जगह पीएम के अरमानो पर पानी फेरने का काम किया जा रहा है. इतना ही नहीं जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. पूरे मामले मे राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र (Adopted sons of the President) कहे जाने वाले कोरवा जनजाति के लोगों के हक पर डाका डालने के आरोप लगाए गए हैं.

सरगुजा (Sarguja) जिले के ग्राम पंचायत केसमा के आश्रित ग्राम बनकेसमा लालपुर और डेवापारा बस्ती में सैकड़ों वर्षों से पहाड़ी कोरवा (Pahadi Korawa) जनजाति के लोग रहते हैं. ये घास फूस से बने घरों मे अपना गुजारा करते थे, लेकिन 2016 मे जब पीएम आवास बनाने की घोषणा हुई तो देश के अन्य गांव के साथ ही बनकेसमा, लालपुर और डेवापारा के लोगों की भी उम्मीद जागी कि उन्हें अब पक्की छत वाला पक्का माकान सरकार के द्वारा मिलेगा, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी यहां रहने वाले करीब 2 दर्जन से अधिक कोरवा जनजाति के लोगों के लिए बनने वाला घर अब तक अधूरा है.

गांव के निवासी सोहन राम, नानी बाई व अन्य बताते हैं कि सरगुजा के कोरवा जनजाति के लोगों के लिए माकान बनवाने का काम केसमा पंचायत का सचिव कामेश्वर कर रहा है. इनका आरोप है कि कमेश्वर ने गांव के हर परिवार का आरोप है कि पीएम आवास के लिए आई राशि निकाल लेने के बाद भी उनके मकान नहीं बनाए गए हैं. स्थिती ये है कि इन गांवो मे कुछ घरो की नीव खोद कर छोड़ दी गई तो कुछ घर मे खिड़की, दरवाजा और घर का छत ही नहीं बनाया गया. पीएम आवास निर्माण में गड़बड़ी व भ्रष्टाचार की शिकायत क्षेत्र के विधायक व राज्य सरकार में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव से की गई है. मंत्री सिंहदेव ने कहा कि मामले में जांच की जाएगी. साथ ही लोगों को हो रही समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा. ​

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