नई दिल्ली
ओलिंपिक खेलों (Olympic Games) की शुरुआत साल 1896 में ग्रीस (Greece) के एथेंस (Athens) में हुए थे. हालांकि भारत (India) ने पहली बार साल 1900 में हिस्सा लिया था और इन खेलों में भारत ने दो मेडल हासिल किए थे. भारत (India) को पहली बार ओलिंपिक मेडल दिलाने वाले खिलाड़ी भारतीय नहीं थे. ब्रिटिश इंडियन नॉरमैन ग्रिबर्ट प्रिटचार्ड (Norman Gilbert Pritchard) ने भारत (India) की ओर से हिस्सा लिया और एथलेटिक्स में दो मेडल हासिल किए.
अंग्रेजों के रहते हुए भारत ने इन खेलों में केवल नॉरमैन (Norman Gilbert Pritchard) को ही भेजा था. साल 1877 में पैदा हुए नॉरमैन ब्रिटिश नागरिक थे जो भारत में रहते थे और 1905 में ब्रिटेन में जाकर बस गए थे. वह कलकत्ता के सेंट जेवियर्स कॉलेज में पढ़ते थे. वह सेंट जेवियर्स की ओर से खेलते हुए भारत की ओर से ओपन फुटबॉल टूर्नामेंट में हैट्रिक लगाने वाले खिलाड़ी थे. उन्होंने भारतीय फुटबॉल एसोसिएशन के साथ भी दो साल बिताए. ब्रिटेन में बसने के बाद वह अमेरिका चले गए जहां उन्होंने एक्टिंग में करियर बनाया और हॉलीवुड की फिल्म नॉरमैन ट्रेवर फिल्म में काम किया.
नॉरमैन ने पेरिस में हुए 1900 ओलिंपिक में 200 मीटर और 200 मीटर हर्डल्स में मेडल हासिल किया था. वह 200 मीटर में अमेरिका में वॉल्टर टीक्यबेरी से पिछड़ें और सिल्वर मेडल हासिल किया. इसके बाद 200 हर्डल्स में वह दिग्गज खिलाड़ी अमेरिका के एलविन से हारे. वह 110 मीटर हर्डल्स के फाइनल में पहुंचे लेकिन मेडल नहीं जीत सके. वहीं 60 और 100 मीटर में वह फाइनल में क्वालिफाई करने में नाकाम रहे. वह पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने बतौर एशियन इन खेलों में हिस्सा लिया.
वर्ल्ड एथलेटिक्स ने साल 2005 में 2004 ओलिंपिक के लिए ट्रैक और फील्ड के आधिकारिक रिकॉर्डों की किताब जारी की थी, जिसमें लिखा गया था कि नॉरमैन ने ब्रिटेन की ओर से हिस्सा लिया था. वहीं उनके मेडल्स को ग्रेट ब्रिटेन के रिकॉर्ड में शामिल किया गया था. हालांकि आईओसी के मुताबिक नॉरमैन ने भारत की ओर से हिस्सा लिया था और मेडल्स को भारत के कोटे में शामिल किया गया.