अध्यात्म मध्य प्रदेश

भगवान गोवर्धन की पूजा कर लगाया छप्पन भोग

Offered Chhappan bhog after worshiping Lord Govardhan.
Offered Chhappan bhog after worshiping Lord Govardhan.

Offered Chhappan bhog after worshiping Lord Govardhan.

अवधपुरी सुरेंद्र मानिक कॉलोनी में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा
Offered Chhappan bhog after worshiping Lord Govardhan: भोपाल. राजधानी भोपाल के अवधपुरी स्थित सुरेंद्र मानिक कॉलोनी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन भागवताचार्य आचार्य महेंद्र शास्त्री महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की मधुर बाल लीलाओं का वर्णन किया। इसमें गोवर्धन भगवान का पूजन और महत्व की कथा सुनाते हुए बताया कि प्रकृति हमें सबकुछ देती है। हमारी रक्षा करती है। ऐसे में हमें भी प्रकृति और पेड़ पौधों की रक्षा करनी चाहिए।

गोवर्धन पूजन के प्रकृति पूजन का संदेश
महाराज ने बताया कि भगवान ने गोवर्धन पूजन के माध्यम से प्रकृति का पूजन करने और उसकी रक्षा करने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि प्रकृति हमें हवा, पानी आदि मुफ्त में देती है, ऐसे में हमें भी प्रकृति का संरक्षण और पेड़-पौधों की बिना किसी लोभ लालच के रक्षा करनी चाहिए। इसके बाद गोवर्धन महाराज का पूजन कर उन्हें छप्पन भोग लगाया गया।

श्रद्धालुओं ने लुटाई माखन मिश्री
महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान अपने सखाओं के साथ किस तरह एक दूसरे के कंधे पर चढकऱ गोपियों के घरों में जाकर माखन चोरी करते हैं। इस दौरान मटकी फोड़ का आयोजन किया गया। इसमें श्रद्धालुओं ने माखन मिश्री लुटाई। आगे की कथा में महाराज ने बताया कि जो भगवान पर भरोसा करता है भगवान उसकी रक्षा करते हैं।

भगवान ने की भक्तों की रक्षा
आगे का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि जब इंद्र ने गुस्से में आकर तेज बारिश शुरू कर दी तो भगवान श्रीकृष्ण 7 वर्ष की उम्र में अपनी तर्जनी पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर अपने सखा और श्रद्धालुओं की रक्षा की। कथा में मुख्य यजमान रमादेवी चौकसे, देवेंद्र चौकसे, रेनू- दिनेश चौकसे और हरीश चौकसे हैं। कथा रोजाना दोपहर 2.30 से शाम 6 बजे तक की जा रही है। आयोजन चौकसे परिवार द्वारा किया जा रहा है।

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment