नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही सऊदी अरब का दौरा कर सकते हैं. 2 अक्टूबर को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सऊदी अरब के दौरे पर थे. माना जा रहा है कि अजीत डोभाल का ये दौरा पीएम के सऊदी अरब दौरे का ग्राउंड तैयार करने के लिए था.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीएम मोदी सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करेंगे. दोनों के बीच निवेश, आर्थिक संबंध के बारे में चर्चा होगी. पीएम मोदी सऊदी अरब के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय महत्व के मुद्दों पर भी बात करेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी इस दौरे में रियाद में आयोजित एक निवेश सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे. ये निवेश सम्मेलन खाड़ी के देशों ने आयोजित किया है.
2 अक्टूबर को सऊदी में थे NSA
हालांकि पीएम मोदी के दौरे की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की गई है. बता दें कि 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सऊदी अरब के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने प्रिंस सलमान से मुलाकात की और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के भारत के फैसले से जुड़े पहलुओं की जानकारी दी.
अजीत डोभाल ने अपने समकक्ष मुसैद अल ऐबान के साथ भी बैठक की. मुसैद सऊदी अरब के काउंसिल ऑफ पॉलिटिकल एंड सिक्योरिटी अफेयर्स तथा नेशनल साइबर सिक्योरिटी अथॉरिटी के चेयरमैन भी हैं. दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा हुई. माना जाता है कि तेल ठिकानों पर हुए ड्रोन हमले और सऊदी अरब की सुरक्षा पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हुई.
कश्मीर पर भारत के साथ है सऊदी अरब
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के भारत के फैसले का सऊदी अरब ने समर्थन किया है. सऊदी अरब ने कहा है कि वो जम्मू-कश्मीर में भारत के कदमों को समझता है. दुनिया भर में प्रमुख इस्लामिक देश समझे जाने वाले सऊदी अरब का समर्थन हासिल करना भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत है.
पीएम मोदी की दूसरी सऊदी यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये दूसरी सऊदी अरब यात्रा होगी. इससे पहले 2016 में पीएम मोदी सऊदी अरब गए थे. इस दौरान उन्हें सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया था. इस साल फरवरी महीने में सऊदी अरब के प्रिंस सलमान नई दिल्ली आए थे. इस दौरान भारत ने सऊदी अरब के साथ अपने कूटनीतिक और रणनीतिक संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता जताई थी.
सऊदी निवेश पर भारत की निगाहें
सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा कच्चे तेल का निर्यातक है. सऊदी अरब भारत में पेट्रो रसायन, इन्फ्रास्ट्रक्चर और खनन समेत अन्य क्षेत्रों में 100 अरब डॉलर निवेश कर सकता है. सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको भारत में बड़े पैमाने पर निवेश की योजना बना रही है.