पटना
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है. दिल्ली का शाहीन बाग नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन का केंद्र बना हुआ है. वहां 46 दिनों से महिलाएं विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं. इस बीच विपक्ष भी नागरिकता कानून को लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनपीआर को लेकर बयान दिया है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) पर बोलते हुए कहा कि यह 2012 से चला आ रहा है. इसमें नया कुछ नहीं है. एनपीआर में नए क्लॉज को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. उन्होनें कहा कि हम इसके बारे में केंद्र सरकार से बात करेंगे.
नीतीश ने कहा कि एनपीआर 2012 की स्थिति में ही होना चाहिए. उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट से जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा. नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) एनडीए का प्रमुख घटक है.
उन्होंने कहा कि समाज में किसी तरह की कटुता नहीं होनी चाहिए. एनपीआर में नए क्लॉज की कोई आवश्यकता नहीं है. नीतीश ने कहा, "एनपीआर में 5 नए क्लॉज लगाए गए हैं . इसमें माता पिता का जन्म कहां हुआ है, इसकी जानकारी देनी है. लेकिन कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं होगी कि उनके माता पिता का जन्म कहां हुआ. हालांकि मुझे जहां तक जानकारी है कि ये कॉलम भरना जरूरी नहीं है लेकिन लोग सोच रहे हैं कि अगर खाली छोड़ देंगे तो एनआरसी लागू होते समय परेशानी हो सकती है. इसे लेकर लोगों के मन में भ्रम हो गया है. इससे लोगों को राहत दिलाई जानी चाहिए."