मध्य प्रदेश

बेतवा यात्रा में देश भर के आठ राज्यों के प्रकृति प्रेमियों ने निभाई सहभागिता

Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

बेतवा अध्ययन एवम जनजागरण यात्रा का विदिशा में समापन

Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra भोपाल/ विदिशा. पुराणों में वेत्रवती के नाम से प्रसिद्ध Betwa Yatra बेतवा नदी भारत के मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्यों में बहने वाली प्रमुख नदी है। देश की अन्य नदियों की तरह बेतवा नदी में भी दिनो-दिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। यह बात Betwa Yatra बेतवा यात्रा के संयोजक डॉ. आर के पालीवाल, सेवानिवृत आईआरएस ने बेतवा यात्रा के प्रयोजन और उपलब्धियों पर अपनी बात रखते हुए कही।

पालीवाल ने कहा कि Betwa Yatra बेतवा यात्रा के दो प्रमुख प्रयोजन थे, एक Betwa Yatra बेतवा नदी के प्रदूषण की वर्तमान स्थिति का अध्ययन और बेतवा नदी के किनारे बसे हजारों गांवों, कस्बों और शहरों के नागरिकों को नदी के प्रदूषण के दुष्प्रभावों के बारे में सचेत करना और उनसे विचार विमर्श कर बेतवा को स्वच्छ करने की जन कल्याणकारी योजना बनाना। डॉ. पालीवाल ने बताया कि यात्रा के पहले चरण में हमने बेतवा के उद्गम स्थल रायसेन जिले के झिरी गांव से कुरुवाई तक लगभग 175 किलोमीटर यात्रा की। Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

40 गांवों के निवासियों और स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों से संवाद
इस दौरान भोपाल, भोजपुर, सांची, विदिशा, गंजबासौदा सहित करीब 40 गांवों के निवासियों और स्कूल-कॉलेज के हजारों विद्यार्थियों से संवाद कर बेतवा के बारे में जानकारी हासिल की। नदी की साफ-सफाई के लिए जागरुकता अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड तथा गोवा के प्रकृति प्रेमी और नदी एवम जल विशेषज्ञ शामिल हुए।

Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

नदी में जगह-जगह दिखा प्रदूषण
प्रथम दृष्टया यात्रा दल को बेतवा नदी में प्रदूषण के जो कारण दिखे हैं, उनमें कस्बों और शहरों का सीवेज, फैक्ट्रियों का गंदा पानी, नदी किनारे के खेतों से नदी में आए रसायनिक खाद और कीटनाशक, नदी के घाटों पर पूजा सामग्री और भंडारे आदि का पॉलीथिन, प्लास्टिक का कचरा आदि प्रमुख हैं। विदिशा की Betwa Yatra बेतवा उत्थान समिति और गंजबासौदा की नगर पालिका व घाट सफाई के वालंटियर्स ने नदी की सफाई के सराहनीय प्रयास किए हैं, पर यह प्रयास भी नाकाफी हैं। बेतवा के सरंक्षण के लिए जनता, सरकार और जनप्रतिनिधियों को मिलकर काम करना पड़ेगा, तभी यह काम सम्पन्न हो सकेगा। Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

नालों के पानी की होगी सफाई
विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि जिला प्रशासन की विदिशा के नालों के पानी की सफाई के लिए बनाई गई योजना शासन द्वारा स्वीकृत हो गई है, उस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। सीईओ जिला पंचायत डॉ. योगेश ने आश्वासन दिया कि वे सरपंचों और पंचायत सचिवों की बैठक कर बेतवा नदी की प्रदूषण मुक्ति के लिए जनजागरुकता अभियान चलाएंगे। Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

यात्रा में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के मास्टर विजय सिंह ने कहा कि विदिशा के निवासियों को अपने परिजनों के स्वास्थय के लिए चोर नाले के गंदे पानी से उगी सब्जियां नहीं खानी चाहिए और जैविक किसानों के उत्पादों को खरीदना चाहिए, तभी हम अपने स्वास्थ्य की रक्षा के साथ जैविक खेती को भी बढ़ावा दे सकते हैं और नदी के प्रदूषण को कम कर सकते हैं।
बता दें कि 25 फरवरी से शुरू हुई Betwa Yatra बेतवा अध्ययन एवम जनजागरण यात्रा का विदिशा में तीन मार्च को समापन किया गया। इस मौके पर यात्रा के सहयात्रियों का स्वागत करते हुए यात्रा के सहयात्री रहे मां हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ. सुरेश गर्ग ने कहा कि यह यात्रा बेतवा नदी के सरंक्षण के लिए महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रयास है, जिसमें देश भर के आठ राज्यों के प्रकृति प्रेमियों की सक्रिय सहभागिता रही है। उन्होंने बताया कि इससे जमीनी स्तर पर रचनात्मक कार्य कर रहे कई समाजसेवी जुड़े रहे। Nature lovers from eight states across the country participated in Betwa Yatra

इस मौके पर यात्रा में सहभागी रहे उत्तराखंड के बच्ची सिंह बिष्ट, भोपाल के सुनील दूबे वृक्ष मित्र और एनके व्यास ने भी अपने यात्रा अनुभव साझा किए। इस मौके पर नगर पालिका और जिला प्रशासन की ओर से बेतवा यात्रा के सहयात्रियों का नगर पालिका, जिला प्रशासन के अधिकारियों और विदिशा की जनता, सत्यार्थी परिवार और देवेश आर्य द्वारा सम्मान किया गया।

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment