भोपाल
बीजेपी (BJP) के बाद अब कांग्रेस की बारी है. मध्य प्रदेश (MADHYA PRADESH) में नया पीसीसी चीफ (PCC CHIEF) बनाया जाना है. प्रदेश अध्यक्ष की कमान युवा को देने का दबाव बढ़ता जा रहा है.ज्योतिरादित्य सिंधिया (JYOTIRADITYA SCINDIA) की मज़बूत दावेदारी के बीच अब राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने संकेत दिए हैं कि कोई युवा पीसीसी चीफ हो सकता है.
इंदौर में जीतू पटवारी ने कहा सीएम कमलनाथ युवाओं को मौका दे रहे हैं. मंत्रिमंडल में भी 70 फीसदी युवा चेहरे हैं. इसलिए पार्टी की कमान भी किसी युवा चेहरे को मिल सकती है.उन्होंने कहा सीएम कमलनाथ युवाओं को आगे बढ़ाना चाहते हैं. उनकी कैबिनेट में भी 70 फीसदी युवा चेहरे हैं. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान युवा चेहरे को मिल सकती है. हालांकि अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को करना है.
कमलनाथ सरकार उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना चाहती है. इसलिए वो कॉलेजों में नया प्रयोग करने जा रही है. स्कूलों की तरह अब कॉलेजों में भी पेरेंट्स टीचर्स मीट की जाएगी. एमपी का एजुकेशन हब कहे जाने वाले इंदौर के होलकर कॉलेज से 23 फरवरी से इसकी शुरूआत हो रही है. उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कॉलेजों में पैरेंट्स और प्रोफेसर्स के बीच संवाद कराने और स्टूडेंट्स भी कॉलेज एजुकेशन को गंभीरता से लें इसलिए अब हर कॉलेज में पीटीएम की जाएगी.
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने अतिथि विद्वानों से अपील की है कि वो अपना आंदोलन ख़त्म करें. उनसे किया हर वादा पूरा किया जाएगा.पटवारी ने कहा पिछली सरकार ने पीएससी के माध्यम से प्रोफेसरों की भर्ती नहीं की. इसलिए प्रोफेसरों के पद खाली पड़े हैं. 5 हजार से ज्यादा अतिथि विद्वान काम कर रहे हैं. इनके हितों का ख्याल रखा जाएगा. तीस साल से उच्च शिक्षा का मापदंड नही बदला है इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की स्थिति अच्छी नहीं है. जबकि साउथ के राज्य एमपी से कई गुना आगे निकल गए हैं.