भोपाल
मध्य प्रदेश की राजनीति में आज बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। एमपी के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उनके समर्थक 19 विधायकों ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं, कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद विधायकों का बीजेपी ज्वाइन करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसके बावजूद कांग्रेस को उम्मीद है कि कमलनाथ सरकार को कोई खतरा नहीं है।
कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने के बाद दावा किया है कि एमपी में सरकार सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार एमपी में अपना कार्यकाल पूरा करेगी, हमारे पास नंबर हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस के 19 विधायकों ने मंगलवार को राज्य के राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेज दिया। इसमें छह मंत्री भी शामिल हैं। राजभवन के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी भाषा को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया, 'हमें दो ईमेल के जरिए 14 विधायकों के इस्तीफे मिले हैं।' इसके बाद कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। शिवराज सिंह की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की।
19 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कमलनाथ सरकार का गिरना तय हो गया है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सिंधिया ने अपना इस्तीफा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजने के साथ ही इसे अपने ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया है। सिंधिया ने इस इस्तीफे में कहा है कि वे जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं और बीते कुछ समय से कांग्रेस में रहते हुए ऐसा नहीं कर पा रहे थे।