ग्वालियर
मप्र सरकार के मंत्री मंडल का विस्तार होने की सुगबुगाहट है। इस बार ग्वालियर चंबल अंचल से तीन विधायकों के नाम लिस्ट में सबसे ऊपर है। इन विधायकों में ग्वालियर पूर्व से मुन्नालाल गोयल, पिछोर के केपी सिंह और सुमावली के एेंदल सिंह का नाम शामिल हैं।
मप्र की कांग्रेस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है। इस गहमागहमी भरे माहौल के बीच मंत्रिमंडल का विस्तार होने की खबर भी चल रही है। दरअसल इस बार ग्वालियर चंबल अंचल से किसकी रवानगी होगी ये साफ नहीं है। इस मसले को लेकर अलग विद्रोह की स्थिति बन सकती है। जबकि अंचल से तीन नाम सूची में कंफर्म बताए जा रहे है। इन नामो को शामिल करने के पीछे अपने-अपने कयास भी हैं। लिस्ट में मुन्नालाल गोयल का नाम बताया जा रहा है। दरअसल मंत्री मंडल में पूरे प्रदेश में जातिगत आंकड़ों पर देखें तो एक भी वैश्य वर्ग से विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। ऐसे में पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री दोनों के नजदीकी होने पर वैश्य वर्ग के मुन्नालाल गोयल को मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है। इसके बाद दूसरा नाम केपी सिंह का है।
केपी सिंह पिछोर से विधायक हैं और सबसे सीनियर भी हंै। ऐसे में पहले दौर में उनका नाम शामिल ना होने से उन्हें एडजस्ट किया जा सकता है। श्री सिंह दिग्वीजय सिंह और सिंधिया दोनो खेमो मे बराबर वजन रखते हैं। इसके बाद तीसरा नाम ऐंदल सिंह कंसाना का है। ऐंदल सिंह भी पहले विधायक रह चुके हंै और दिग्विजय सिंह के खेमे से आते हैं। हाल ही में उन्होंने अपना दर्द भी जाहिर किया था। पार्टी से जुड़े सूत्रों की माने तो इन तीन नाम एडजस्ट करने के खातिर एक दो नामों की छंटनी भी संभावित है।
मंत्रिमंडल मे विस्तार के बहाने से एक तीर से कई शिकार होने की संभावना है। दरअसल कमलनाथ और सिंधिया के बीच खदबदाहट किसी से छुपी नहीं है। ऐसे में सिंधिया खेमे के अनदेखे विधायकों को तवज्जो ज्यादा दी जा रही है। इसके साइड इफैक्ट आने वाले समय में देखे जा सकते हैं।